जयपुर: केंद्र सरकार द्वारा सैन्य भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार के मंत्री रामलाल जाट ने विवादित बयान दिया है। उनका कहना है कि अग्निवीर सिस्टम हमें ट्रेंड टेररिस्ट (प्रशिक्षित आतंकियों) के युग में ले जाएगा। केंद्र सरकार को युवाओं के भविष्य को लेकर विचार करना चाहिए। राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने आगे कहा कि जब एक साल MLA और सांसद रहने पर ही पेंशन मिल सकती है, तो फिर अग्निवीर को पेंशन क्यों नहीं दी जा रही? जबकि अग्निपथ स्कीम में तीन से चार वर्ष तक नौकरी करने के बाद युवा बेरोजगार हो जाएगा।
मंत्री ने आगे कहा कि आने वाले वक़्त में देश के युवा इसे समझेंगे। विपक्ष में होने के कारण हम अग्निपथ योजना का हर प्लेटफॉर्म पर विरोध करेंगे। राहुल गांधी की तरफ से उठाए जाने वाले मुद्दे का समर्थन करते हुए हम देश को जागृत करने की कोशिश करेंगे। बता दें कि इससे पहले असम से कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने कहा था कि मोदी सरकार जल्दबाज़ी में फैसले में लेती है। जिस प्रकार किसान बिल वापस लिया गया है, ठीक उसी प्रकार इन्हें अग्निपथ योजना भी वापस लेनी होगी।
अग्निवीरों के आवेदनों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड :-
बता दें कि विवादों और विरोध प्रदर्शनों के बीच आवेदकों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कुल 7.5 लाख युवाओं ने इस योजना के तहत वायुसेना में शामिल होने के लिए अर्जियां दी हैं। बता दें कि केंद्र द्वारा अग्निपथ योजना आरंभ किए जाने के 10 दिन बाद यानी 24 जून को पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई थी। भारतीय वायु सेना के मुताबिक, किसी भी भर्ती प्रक्रिया में सर्वाधिक आवेदन 6,31,528 थे, जो इस साल अग्निपथ योजना के तहत आगे निकल गए हैं। कुल 7,49,899 आवेदन आए हैं। IAF ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि, "#AgnipathRecruitmentScheme के लिए IAF द्वारा आयोजित ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। अतीत में 6,31,528 आवेदनों की तुलना में इस बार 7,49,899 आवेदन प्राप्त हुए हैं। यह संख्या सबसे अधिक है।'
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