कानपुर शूटआउट का मास्टरमाइंड विकास दुबे जब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर था, तब भी राजनीति जोरों पर थी और अब उसके पकड़ाए जाने के बाद भी राजनीति अपने चरम पर है। भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर इस मामले पर आमने-सामने हो गए है। कांग्रेस का यह कहना है कि उत्तर प्रदेश से भागकर आखिरकार गैंगस्टर विकास दुबे मध्यप्रदेश कैसे पहुंचा ? वहीं भारतीय जनता पार्टी उसकी गिरफ्तारी को अपनी सफलता में गिनने का काम कर रही है।
कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा है कि विकास दुबे ने सरेंडर किया है या फिर उसे शरण मिली थी और इसके साथ ही कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में जाँच की भी बात कही है। वहीं इस विषय पर समाजवादी पार्टी ने भी सवाल खड़े किए हैं। फ़िलहाल विकास दुबे की गिरफ्तारी के मामले में सभी दल राजनीति करते हुए नजर आ रहे हैं। सभी अपने-अपने हिसाब से अपनी बात रख रहे हैं। वहीं एमपी के सीएम शिवराज सिंह का कहना है कि महाकाल के दर पर जाने से विकास के पाप नहीं धुलेंगे।
बता दें कि विकास कानपुर के बिकरू गांव का निवासी है, बीते दिनों पुलिस टीम आधी रात को उसे गिरफ्तार करने के लिए गई थी, जहां सूचना मिलते ही विकास ने अपने साथियों के साथ पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी और इसमें 8 पुलिकसर्मी शहीद हो गए थे, जबकि 6 पुलिकसर्मी घायल हुए थे। इसके बाद से ही इस शूटआउट का मास्टरमाइंड विकास दुबे फरार चल रहा था। हालांकि आज उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया। कहा यह भी जा रहा है कि विकास ने पहले बाबा महाकाल के दर्शन हेतु पर्ची कटाई और फिर उसने खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया।
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