नई दिल्ली: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान से राजनीतिक घमासान छिड़ गया है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सैम पित्रोदा के बयानों से कांग्रेस पूर्ण रूप से बेनकाब हो गई है. उन्होंने कहा कि अब इनके मेनिफेस्टो बनाने में सैम पित्रोदा की महत्वपूर्ण भूमिका है. अमित शाह ने कहा, 'जब मोदीजी ने ये मुद्दा उठाया तो पूरी कांग्रेस, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी बैकफुट पर आ गए.मैं मानता हूं कांग्रेस पार्टी अपने घोषणापत्र से इस बात को वापस लेगी. सैम पित्रोदा के बयान को देश की जनता गंभीरता से ले.'
अमित शाह ने कहा, 'आज सैम पित्रोदा के बयान ने देश के सामने कांग्रेस का मकसद स्पष्ट कर दिया है. सबसे पहले उनके घोषणापत्र में 'सर्वेक्षण' का जिक्र, मनमोहन सिंह की बात पुराना बयान जो कांग्रेस की विरासत है - कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है, तथा अब सैम पित्रोदा की अमेरिका का हवाला देते हुए टिप्पणी कि धन के वितरण पर विचार-विमर्श होना चाहिए.'
सैम पित्रोदा ने अमेरिका का हवाला देते हुए इनहोंने कहा कि 55 प्रतिशत संपत्ति सरकारी खजाने में जाती है. आज सैम ने कांग्रेस का मकसद स्पष्ट कर दिया है, वो लोगों की निजी संपत्ति सरकारी खजाने में डालकर इसका बंटवारा माइनोरिटी में करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'ये देश के लोगों की निजी संपत्ति का सर्वेक्षण करना चाहते हैं. इसे सरकारी संपत्ति में रखना चाहते हैं तथा UPA के शासनकाल के चलते फैसले के मुताबिक वितरित करेंगे. कांग्रेस को या तो इसे अपने घोषणापत्र से वापस लेना चाहिए या स्वीकार करना चाहिए कि यह वास्तव में उनका इरादा है... मैं चाहता हूं कि लोग सैम पित्रोदा के बयान को गंभीरता से लें. उनकी मंशा अब सामने आ गई है, इसका संज्ञान लोगों को लेना चाहिए..."
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