नई दिल्ली : दिल्ली में आज राजनीतिक मोड़ आ गया। जब बड़ी संख्या में सैकड़ों नेता संसद से राष्ट्रपति भवन तक पैदल मार्च करते हुए निकले तो लगा जैसे विपक्ष अभी भी कार्यरत है। दरअसल कांग्रेस समेत प्रमुख विपक्षी दलों ने आज असहिष्णुता को लेकर पैदल मार्च निकाला। इस मार्च में जबरदस्त विरोध किया गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने देश में सहिष्णुता का माहौल बनाने की अपील की।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मांग की कि देश में जिस तरह का असहिष्णु माहौल निर्मित हो रहा है उस पर रोक लगाई जाए। जबरन इस तरह की बातों को तूल न दिया जाए। किसी को भी इस तरह की बातों का राजनीतिक लाभ लेने का अवसर न दिया जाए।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर कई मसलों पर बोलते हैं मगर असहिष्णुता का माहौल बनने पर उसे रोकने के लिए कुछ भी नहीं बोलते हैं।
कांग्रेस नेताओं का मार्च संसद से पैदल निकला इन नेताओं के हाथों में विरोधी स्लोगन लिखी तख्तियां थीं। यह मार्च राष्ट्रपति भवन पहुंचा। जहां कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भेंट करेगी।
इस दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को ज्ञापन दिया जाएगा। कांग्रेसी नेताओं ने असहिष्णुता को लेकर नारेबाजी भी की गई। उल्लेखनीय है कि साहित्यकारों द्वारा पुरस्कार लौटाए जाने के बाद कांग्रेस ने बढ़ती असहिष्णु घटनाओं पर असहिष्णु मार्च निकाला। इस मार्च में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, मन मोहन सिंह, कैप्टन अमरिंदर सिंह, सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया आदि कद्दावर और बड़े नेता मोजूद रहे।