नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस का कहर दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है. जिसे हर किसी के मन में सवाल है कि लॉकडाउन से भी अगर कोरोना नहीं रूका तो आगे क्या? कांग्रेस ने भी यही सवाल मोदी सरकार से किया है. कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि यदि कोरोना को रोकने में लॉकडाउन कामयाब नहीं होता, जैसा कि नज़र आ रहा है, तो सरकार के पास क्या रणनीति है?
कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान कोरोना को रोकने का मुद्दा उठाया था, किन्तु सरकार में बैठे लोगों ने इसे अनदेखा कर दिया है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के विशेषज्ञों ने कहा कि कोरोना अचानक आएगा, जैसा सिंगापुर में हो रहा है. ऐसे में विपक्षी पार्टियों से सलाह लेने में क्या आपत्ति है. कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड आयल की कीमतें इतनी कम होती हैं, तो छह वर्षों के दौरान सरकार की तरफ से दामों में 12 गुना बढ़ोतरी की गई और इससे 12 लाख करोड़ की अतिरिक्त आमदन हुई है. फिर भी इसका फायदा उपभोक्ताओं को नहीं दिया गया.
मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए पवन खेड़ा ने कहा कि आपदा के दौरान देश भर से चिंतित करने वाली खबरें आ रही हैं, बावजूद इसके सरकार कोई राहत नहीं दे रही है. सस्ते पेट्रोल-डीजल से किसानों, ट्रांसपोर्टरों को लाभ मिलेगा और इससे मध्यम वर्ग भी लाभान्वित होगा. हम जानना चाहते हैं कि इसका लाभ सरकार लोगों को क्यों नहीं दे रही है?
क्या वुहान की प्रयोगशाला में है 1500 से ज्यादा घातक वायरस ? खुला कोरोना का सच
क्या प्रयोगशाला में बनाया गया था कोरोना वायरस ? WHO ने बोली यह बात