मध्यप्रदेश की राजनीति में बड़ा पलटफेर देखने को मिल सकता है. जिसके आसार ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद से नजर आ रहे है. उन्होने पार्टी पर खुद को दरकिनार करने का आरोप लगाया है. इसको लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने उनपर पलटवार करते हुए भरोसा तोड़ने का आरोप लगाया है. कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि 18 सालों के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सीट समेत में कई महत्वपूर्ण पद दिए गए.
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एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर सिंधिया पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगाते हुए पूछा कि उन्होंने 'मोदी-शाह' (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह) की शरण में जाने का फैसला क्यों किया.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ट्वीट में कांग्रेस द्वारा ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिए गए अहम पदों को भी बताया गया है. इसमें लिखा है, 'सिंधिया के 18 साल के राजनीतिक करियर में कांग्रेस ने उन्हें 17 साल के लिए संसद सदस्य बनाया, दो बार केंद्रीय मंत्री बनाया, मुख्य सचेतक बनाया, राष्ट्रीय महासचिव बनाया, उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया, कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य बनाया, चुनाव प्रचार प्रमुख बनाया, 50 से अधिक टिकट और 9 मंत्री पद दिए गए.
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