नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में इस्तीफे देने का सिलसिला जारी है, इसी क्रम में अब जयवीर शेरगिल ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि, ‘मुझे यह कहते हुए दुख होता है कि फैसला लेना अब जनता और देश के हितों के लिए नहीं है, बल्कि यह उन लोगों के स्वार्थी हितों से प्रभावित है जो चाटुकारिता में लिप्त हैं और लगातार जमीनी हकीकत को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं।’
सर्वोच्च न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले वकील शेरगिल उस वक़्त सुर्ख़ियों में आए थे, जब उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को कानूनी मदद प्रदान करने के लिए 24×7 कानूनी टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर शुरू किया था। जयवीर शेरगिल से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने भी रविवार को पार्टी की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया था। बताया जा रहा है कि वह पार्टी में अनदेखी के कारण खफा चल रहे थे।
उन्होंने इस मामले में सोनिया गांधी को एक पत्र भी भेजा था, जिसमें कहा गया था कि पार्टी में उन्हें अनदेखा किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले उन्हें पार्टी की बैठकों में भी नहीं बुलाया जा रहा है। आनंद शर्मा का इस्तीफा कांग्रेस के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि उनको हिमाचल प्रदेश के सबसे कद्दावर नेताओं में गिना जाता है। उन्होंने अपने पत्र में सोनिया गांधी को बताया है कि उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंची है क्योंकि उन्हें पार्टी की किसी भी मीटिंग में नहीं बुलाया गया।
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