नई दिल्ली: किसान प्रतिनिधियों और केंद्र के बीच नए दौर की बैठक के बीच कांग्रेस ने कहा कि सरकार को अपनी हठ त्यागकर केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मौजूदा सरकार आरोप लगाया कि सरकार ने इन कानूनों के जरिए देश के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और मंडियों के नहीं होने वाली स्थिति में धकेल दिया है।
किसान प्रतिनिधियों और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बीच वार्ता से पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'मोदी जी, राजहठ त्यागिये, राजधर्म मानिए! अन्नदाता की सुनें, काले कानूनों को निरस्त करें। वरना, इतिहास ने कभी अहंकार को माफ नहीं किया।' वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा था कि, 'बिहार का किसान MSP-APMC के बिना बेहद मुसीबत में है और अब प्रधानमंत्री ने पूरे देश को इसी कुएं में धकेल दिया है। ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है।'
किसानों के आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी से संबंधित खबर का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, 'आंदोलन में शामिल महिला किसान की शक्ति और संकल्प भी भारत के नारीवाद का एक पहलू है। कृषि कानूनों के रद्द होने तक ये डटकर मोदी सरकार के अत्याचारों का सामना कर रही हैं। अपने अधिकार की लड़ाई में उतरीं इन सभी बहनों को नमन!'
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