नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में बीते कुछ दिन से जारी चुनावी हिंसा के मद्देनज़र निर्वाचन आयोग द्वारा एक दिन पहले प्रचार समाप्त करने फैसले पर अब टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के बाद कांग्रेस पार्टी ने सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग के इस फैसले को देश के प्रजातंत्र पर एक काला धब्बा करार देते हुए आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाल ने कहा है कि, 'ऐसा लगता है कि चुनाव आचार संहिता अब पीएम मोदी की चुनाव प्रचार सहिंता बन चुकी है. निर्वाचन आयोग आज अपनी विश्वसनीयता खो चुका है.'
सुरेजवाला ने कहा कि, 'जिसे प्रकार से बुधवार शाम को निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल में 20 घंटे तक प्रचार को रोक दिया है, वो दर्शाता है कि ये अपने आप में देश के लोकतंत्र पर एक काला धब्बा है. इस आदेश में संविधान के अनुच्छेद 324 की परिपाटी और अनुच्छेद 14 और 21 की परिपाटी और मान्यताओं को धूमिल कर दिया है. ऐसा लगाता है कि ये पीएम मोदी के लिए तोहफा है. ताकि पीएम मोदी आज शाम को होने वाली मथुरापुर और दमदम की अपनी चुनावी रैलियां कर सकें और उसके बाद आज रात 10 बजे से ये बैन लागू हो जाएगा.'
सुरजेवाला ने कहा कि, 'जिस तरह से गुंडागर्दी और हिंसा का नंगा नाच हुआ कोलकाता में जहां स्वयं अमित शाह उस रोड शो की अगुवाई कर रहे थे. उनको सजा देने के स्थान पर निर्वाचन आयोग आज ये कह रहा है कि वह कमज़ोर है, वह मूक दर्शक है, वह देश के संविधान को करने में, वह निष्पक्ष और निर्भीक चुनाव संपन्न करवाने में पूर्णतः असक्षम है.' उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग बिना दांत वाला शेर बनकर रह गया है?
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