लखनऊ: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से नाबालिग लड़की के अपहरण और बलात्कार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में आरोपियों की पहचान साजिद पाशा और मुदस्सिर के रूप में हुई है। पाशा रामपुर जिले के एक प्रसिद्ध ग्रीन सिटी अस्पताल का संचालक है। शुक्रवार (31 अगस्त 2024) को आरोपियों ने नाबालिग पीड़िता को कोचिंग ले जाने के बहाने अगवा किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी यूपी और उत्तराखंड में जगह बदलते रहे और पुलिस द्वारा छुड़ाए जाने से पहले 5 दिनों तक बंधक नाबालिग के साथ दरिंदगी करते रहे।
रामपुर में ग्रीन सिटी अस्पताल के संचालक सपा नेता साजिद अली पाशा ने 11वीं की छात्रा को कोचिंग के बहाने अपहरण कर रिसोर्ट में उसके साथ रेप किया।
— Prashant Umrao (@ippatel) September 8, 2024
सपा सांसद मौलवी मुहीबुल्लाह का रिश्तेदार और चुनावी फाइनेंसर है पाशा।
साजिद पाशा की 2 बेगम हैं जबकि सांसद की 3 बेगम हैं।
फरार साजिद… pic.twitter.com/z2x0KtLc1J
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक , जब नाबालिग लड़की काफी देर तक घर वापस नहीं लौटी, तो उसके परिजनों ने अपहरण की शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। इधर आरोपियों को भी पुलिस केस की खबर मिल गई थी, आरोपी लगातार उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश तक अपने ठिकाने बदलते रहे, लेकिन इस बीच भी वो नाबालिग पीड़िता को हवस का शिकार बनाते रहे। हालांकि, पांच दिन बाद पुलिस ने नाबालिग लड़की को थार गाड़ी से बरामद कर लिया। मौके से ही मुदस्सिर को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन मुख्य आरोपी साजिद पाशा अभी भी फरार है। पुलिस ने आरोपी साजिद के अस्पताल को सील कर दिया है और उसकी गिरफ्तारी में मदद करने वाली सूचना देने वाले को 25 हजार रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की है।
मामला रामपुर के स्वार कोतवाली क्षेत्र का है, जहाँ से समाजवादी पार्टी (सपा) के मोहिबुल्लाह सांसद हैं, ये एक मुस्लिम बहुल इलाका है, जहाँ 50 फीसद से अधिक मुस्लिम आबादी है और इस क्षेत्र को सपा के दिग्गज नेता आज़म खान का क्षेत्र माना जाता है। इसी क्षेत्र में साजिद पाशा ग्रीन सिटी हॉस्पिटल नाम से अस्पताल चलाता है। 31 अगस्त को उसने 11वीं क्लास में पढ़ने वाली नाबालिग लड़की को कोचिंग के बहाने बुलाया। उसने पीड़िता को यह कहकर भरोसे में लिया कि थोड़ी दूरी पर दूसरी लड़कियां हैं और उसे अपनी थार में बैठा लिया। लेकिन आगे कोई छात्रा नहीं थी और आरोपी नाबालिग लड़की का अपहरण करके ले गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साजिद पाशा ने पीड़िता को उत्तराखंड के रामनगर स्थित एक रिसॉर्ट में ले गया, जहां उसने पीड़िता को बंधक बनाकर 3 दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद वह अपने ठिकाने बदलता रहा और पीड़िता को हल्द्वानी और रुद्रपुर ले गया, लेकिन नाबालिग पीड़िता के साथ यह सब जारी रहा और आरोपी उसका यौन शोषण करता रहा। पीड़िता के मुताबिक, उसे बंदूक की नोक पर धमकाया गया और चुप रहने को कहा गया। आरोपी ने फर्जी पहचान पत्र के जरिए होटल और रिसॉर्ट के कमरे बुक किए। बताया जा रहा है कि साजिद के पास फर्जी पुलिस आईडी भी थी।
पांच दिन बाद साजिद पीड़िता को रामपुर ले आया और पुलिस के बढ़ते दबाव के बीच उसे अपने साथी मुदस्सिर को सौंपकर फरार हो गया। पुलिस ने मुदस्सिर को गिरफ्तार कर नाबालिग को थार से छुड़ाया। गिरफ्तारी के समय मुदस्सिर पीड़िता को बरेली ले जा रहा था, लेकिन नाबालिग ने किसी तरह अपनी लोकेशन अपने पिता को भेज दी। बचाव के बाद नाबालिग पीड़िता ने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई। उसके पिता ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से फरार आरोपी साजिद पाशा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता के परिवार के मुताबिक साजिद खनन माफिया है जो अपने निजी सुरक्षा गार्ड के साथ घूमता है। ग्रीन सिटी अस्पताल के अलावा उसका प्रॉपर्टी डीलिंग का भी कारोबार है। उसकी दो पत्नियाँ हैं। उसकी एक पत्नी ने पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा था।
सोशल मीडिया पर साजिद पाशा ने खुद को कांग्रेस पार्टी का समर्थक बताया था, साथ ही उसका सपा सांसद मोहिबुल्लाह से भी कनेक्शन होने की बाते सामने आ रही हैं। इस बीच, उनके अस्पताल को सील कर दिया गया है। रामपुर के पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि इस मामले में अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने अन्य फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
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