कोच्ची: कांग्रेस एक बार फिर पूर्व सीएम ओमन चांडी के नेतृत्व में केरल विधानसभा चुनाव में ताल ठोंकेगी. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने सोमवार को ओमन चांडी के नेतृत्व में एक समिति गठित की है, जो पार्टी के चुनाव अभियान और प्रबंधन का काम देखेगी. हालांकि, कांग्रेस पार्टी के आंतरिक कलह से बचने के लिए किसी भी नेता को चुनाव से पहले सीएम का प्रत्याशी घोषित नहीं करेगी.
बता दें कि केरल में हाल ही में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में एड़ी चोटी का जोर लगाने के बाद भी नतीजे कांग्रेस के पक्ष में नहीं आए थे. ऐसे में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की थी. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इस दौरान राज्य के नेताओं से एकजुट होकर काम का दिशा निर्देश दिया था. यही नहीं, केरल कांग्रेस नेतृत्व ने इस बार नए और युवा चेहरों को अधिक से अधिक टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारने की बात भी कही थी.
स्थानीय निकाय चुनावों में शिकस्त ने केरल में कांग्रेस नेताओं के बीच जुबानी जंग छेड़ दी थी. इसके बाद भी ओमन चांडी, प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन और विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला, पार्टी के दिग्गज नेता एके एंटनी और कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और पार्टी प्रभारी तारिक अनवर एक साथ मिले थे. इस दौरान केरल को लेकर कांग्रेस नेताओं के बीच बातचीत हुई थी, जिसके अनवर ने इस महीने की शुरुआत में सूबे का दौरा किया था.
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