खबर के मुताबिक पता चला है कि कांग्रेस की मुंबई इकाई ने बुधवार को अभिनेता अमिताभ बच्चन से आगामी एक जुलाई से लागू होने वाले वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर काम करने से बचने के लिए कहा है. जी हाँ बता दे कि अभी हाल ही में बॉलीवुड के इस शहंशाह व महानायक को गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जी.एस.टी.) का प्रचार करते नजर आएंगे. केंद्रीय उत्पाद एवं सीमाशुल्क विभाग बच्चन को जी.एस.टी. का ब्रांड एंबेसडर बनाएगा.
उनके साथ 40 सैकेंड की एक विज्ञापन फिल्म पहले ही शूट कर ली गई है. वित्त मंत्रालय ने इस वीडियो को सांझा करते हुए ट्वीट में लिखा है, 'जी.एस.टी.- एक पहल एकीकृत बाजार बनाने के लिए.' इधर जैसे ही यह घोषणा हुई उधर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गईं, कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज की है तो वहीं व्यापारियों में राय बंटी हुई नजर आई.
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरुपम ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली दोनों जानते हैं कि सरकार तैयार नहीं है और न ही जीएसटी को लागू करने के लिए बुनियादी संसाधन हैं, तब क्यों वे अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज का इस्तेमाल कर रहे हैं.” निरुपम ने कहा कि वह सुपरस्टार को बहुत सम्मान देते हैं और इस वजह से सरकार द्वारा जीएसटी के लिए इस्तेमाल किए जाने पर उन्हें सावधान करना चाहते हैं.
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