बेंगलुरु: कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया एक बार फिर विवादों में हैं। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक कांग्रेस कार्यकर्ता हाथ में तिरंगा लिए हुए मुख्यमंत्री के जूते उतारता नजर आ रहा है। इस वीडियो के सामने आने के पश्चात् राजनीति गर्मा गई है। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके मन में न देश के लिए सम्मान है और न ही राष्ट्रीय ध्वज के प्रति आदर।
कर्नाटक भाजपा ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर लिखा, "सिद्धारमैया अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम चरण में हैं तथा उन्हें अपनी कुर्सी बचाने की चिंता है। वह राष्ट्रीय ध्वज का भी सम्मान नहीं कर रहे हैं।" दरअसल, सीएम सिद्धारमैया बुधवार को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर गांधी भवन में उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस के चलते एक कार्यकर्ता ने उनके जूते उतारने में मदद की, जबकि उसके हाथ में तिरंगा था जो जमीन से टकरा रहा था। यह देखकर एक अन्य व्यक्ति ने कार्यकर्ता के हाथ से तिरंगा लिया तथा उसे अपने हाथों में पकड़ लिया।
ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಪಕ್ಷಕ್ಕೆ ದೇಶದ ಮೇಲೂ ಅಭಿಮಾನವಿಲ್ಲ, ರಾಷ್ಟ್ರ ಧ್ವಜಕ್ಕೂ ಗೌರವ ನೀಡುವುದಿಲ್ಲ.
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) October 2, 2024
ರಾಜಕೀಯ ಜೀವನದ ಸಂಧ್ಯಾ ಕಾಲದಲ್ಲಿರುವ @siddaramaiah ಅವರು ಕುರ್ಚಿ ಉಳಿಸಿಕೊಳ್ಳುವ ಬಗ್ಗೆಯೇ ಚಿಂತಿಸುತ್ತಿರುವ ಕಾರಣ ರಾಷ್ಟ್ರಧ್ವಜ ಹಿಡಿದಿರುವ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲೂ ಮೈಮರೆತಿದ್ದಾರೆ. pic.twitter.com/1OFKBuk5xV
वही इसके अतिरिक्त, गांधी जयंती कार्यक्रम के चलते एक मामूली आग की घटना भी हुई, जिसमें मुख्यमंत्री की शर्ट में हल्की आग लग गई। हालांकि, सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आग बुझा दी तथा किसी को चोट नहीं आई। इससे पहले भी सिद्धारमैया MUDA प्लॉट घोटाले को लेकर विवादों में थे, जिसके चलते उन्हें अपनी पत्नी के नाम आवंटित प्लॉट वापस करने पड़े थे। ED ने इस मामले में सिद्धारमैया के खिलाफ FIR दर्ज की है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि उनकी पत्नी पार्वती ने बिना किसी लाभ के मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) द्वारा दिए गए प्लॉट वापस कर दिए हैं। उन्होंने विपक्षी दलों पर राजनीतिक प्रतिशोध के तहत उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया तथा कहा कि राज्य के लोग इस सच्चाई से अवगत हैं।
‘ईसाई बनकर देख, सारे दुख दूर हो जाएँगे’, हिंदू महिला पर डाला धर्मांतरण का दबाव
कौन हैं रामगिरी महाराज? जिन पर महाराष्ट्र में ठोक दिए 67 FIR
सद्गुरु जग्गी वासुदेव के आश्रम में तमिलनाडु पुलिस ने भेज दी पूरी बटालियन, जानिए क्यों?