जयपुर: कांग्रेस के लोकसभा सांसद राहुल गांधी को 2019 में दर्ज ‘मोदी सरनेम’ वाले आपराधिक मानहानि मामले में गुजरात में सूरत के सत्र न्यायालय ने दोषी मानते हुए 2 साल की सजा की घोषणा की है। हालांकि, बाद में राहुल गांधी को जमानत मिल गई। राहुल के खिलाफ ‘मोदी उपनाम’ को लेकर की गई टिप्पणी से संबंधित मानहानि का केस दर्ज करवाया गया था। वहीं राहुल गांधी के मामले में अब कांग्रेसी नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी है, जहां राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमारा लोकतंत्र खतरे में है क्योंकि न्यायपालिका, प्रवर्तन निदेशालय पर दबाव है और उनका गलत इस्तेमाल किया जा रहा है।
सीएम गहलोत ने कहा कि सभी फैसला उनके ही प्रभाव में लिए जाते हैं और राहुल गांधी की जो टिप्पणी थी वैसी टिप्पणियां आम हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी एक साहसी व्यक्ति हैं और सिर्फ वे ही NDA सरकार का मुकाबला कर सकते हैं। वहीं, राहुल गांधी पर आए फैसले के बाद राजस्थान कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि सावरकर ने अंग्रेजों से लिखित में माफी मांगी थी, मगर राहुल गांधी कभी माफी नहीं मांगते हैं। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है और पूरे देश के कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी और उनकी विचारधारा के साथ खड़े हुए हैं। भरतपुर पहुंचे सीएम गहलोत ने कहा कि आज देश में निर्वाचन आयोग, ED, न्यायपालिका सब दबाव में काम कर रहे हैं और इन एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है, जिसके बाद ऐसे माहौल में ऐसे निर्णय आते हैं।
सीएम गहलोत ने कहा कि सियासत में ऐसे बयान आते रहते हैं, जो राहुल गांधी ने दिया। गहलोत ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी हर किसी ने इस तरह के बयान दिए हैं, मगर उस जमाने में ऐसे बयान देने से मुक़दमे नहीं होते थे। सीएम गहलोत ने बताया कि राहुल गांधी के बयान का पीएम मोदी को लेकर नहीं था, यह सियासी आरोप था जो जनता को संदेश देने के लिए लगाया गया था।
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