नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज शुक्रवार (16 अगस्त) को 100 दिवसीय "संविधान रक्षा अभियान" शुरू किया, जिसका उद्देश्य भारत के संविधान की रक्षा करना और पूरे देश में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देना तथा अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) से समर्थन जुटाना है। अभियान का शुभारंभ पार्टी कोषाध्यक्ष एवं सांसद अजय माकन तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने किया।
पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि यह अभियान 27 नवंबर तक चलेगा और इसका लक्ष्य दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्र होंगे। माकन ने कहा है कि इस अभियान ने अब तक देश भर में 300,000 “संविधान रक्षकों” को संगठित किया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान विशेष रूप से दिल्ली में शुरू किया गया है और अगले 100 दिनों में शहर के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में जाकर इन रक्षकों की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा, "मैं भी एक संविधान रक्षक हूं, जिसके लिए मैं आभारी हूं।" लॉन्च समारोह के दौरान माकन ने शांति और स्थिरता बनाए रखने में भारत के संविधान के महत्व पर जोर दिया तथा इसकी तुलना पड़ोसी देशों से की जहां लोकतांत्रिक मूल्यों में गिरावट आई है। उन्होंने कहा, "हमारा संविधान हमारे देश को हमारे पड़ोसियों से अलग बनाता है।" उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जहां पड़ोसी देशों में अराजकता है, वहीं भारत अपने मजबूत संवैधानिक ढांचे के कारण शांतिपूर्ण बना हुआ है।
कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि कुछ ताकतें समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों की प्रगति में बाधा डालने के लिए संविधान को कमजोर करने पर आमादा हैं। उन्होंने कहा, "जो शक्तियां नहीं चाहतीं कि देश के पिछड़े और वंचित वर्ग प्रगति करें, वे हमारे संविधान पर हमला करती हैं।" उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर दो चुनाव जीतने के बाद और 2024 के आम चुनाव शुरू होने से पहले संवैधानिक परिवर्तनों की वकालत करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो लोग नहीं चाहते कि देश के पिछड़े और दलित वर्ग आगे बढ़ें, वे संविधान पर हमला करते हैं। उन्होंने कहा कि, “हमने देखा है कि कैसे भाजपा नेता संविधान बदलने की बात करते हैं”। इसलिए मुझे बहुत खुशी है कि मैं संविधान रक्षक अभियान के शुभारंभ का हिस्सा हूं। हमें अपने प्राणों की आहुति देकर भी संविधान की रक्षा करनी है। उन्होंने कहा कि भाजपा के दोहरे उद्देश्य हैं, "लोकतंत्र की नींव पर हमला करना और समाज के वंचित वर्गों को संविधान द्वारा दी गई शक्ति और समानता को छीनना।"
उन्होंने लोक सभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के चुनाव अभियानों का हवाला देते हुए लोकतंत्र की रक्षा करने और उसके द्वारा संरक्षित होने में संविधान की दोहरी भूमिका पर जोर दिया। माकन ने कहा, ‘‘जब राहुल गांधी संविधान के साथ चुनाव में गए थे तो उसके दो मतलब थे; एक यह कि संविधान की रक्षा करना और दूसरा यह कि संविधान हमारे लोकतंत्र की रक्षा कर रहा है।’’
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