नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तीन बार के सीमापुरी से विधायक रहे दलित नेता वीर सिंह धींगान ने आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होने का निर्णय लिया है। अरविंद केजरीवाल ने धींगान का 'आप' में स्वागत किया और उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। हाल ही में 'आप' ने कांग्रेस और भाजपा से कई नेताओं को अपनी पार्टी में जोड़ा है।
वीर सिंह धींगान, जो पहले दिल्ली सरकार के खादी ग्रामोद्योग और एससी-एसटी बोर्ड के चेयरमैन रह चुके हैं, 2020 में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में सीमापुरी सीट से चुनाव लड़े थे। इस सीट पर 'आप' के उम्मीदवार राजेंद्र पाल गौतम ने जीत हासिल की थी, जो अब कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। इस कदम से माना जा रहा है कि आगामी चुनाव में 'आप' वीर सिंह धींगान को टिकट दे सकती है। अरविंद केजरीवाल ने वीर सिंह धींगान का स्वागत करते हुए कहा कि धींगान का 'आप' में शामिल होना पार्टी को मजबूती देगा और विशेष रूप से दलितों के लिए काम को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि 'आप' का काम ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है, जिससे कई वरिष्ठ नेता पार्टी से जुड़ रहे हैं और आगामी चुनाव में 'आप' अच्छे बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।
वीर सिंह धींगान ने कहा कि वे लंबे समय तक कांग्रेस में रहे हैं, लेकिन अब कांग्रेस और भाजपा में बढ़ते भ्रष्टाचार से निराश होकर 'आप' में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा को नगर निगम चुनाव में समर्थन दिया, जिससे उन्हें गहरी निराशा हुई और उन्होंने 'आप' में शामिल होकर जनता की सेवा करने का फैसला किया है।
धींगान ने केजरीवाल के काम की सराहना करते हुए कहा कि वे अरविंद केजरीवाल के एनजीओ के समय से उनके कार्यों को देख चुके हैं और वह गरीबों, दलितों और पिछड़े समुदाय के लिए काम करने में बेहद ईमानदार हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दलितों के लिए जो योजनाएँ लागू की हैं, वे असल में बदलाव लाने वाली हैं। धींगान ने कहा कि वह बिना किसी व्यक्तिगत लाभ की इच्छा के 'आप' में शामिल हो रहे हैं और पार्टी को और मजबूत बनाने के लिए पूरी मेहनत से काम करेंगे।
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