लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित शीरोज हैंगआउट में शुक्रवार को लिटररी फेस्टिवल में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को मंच पर बुलाते ही हंगामा शुरू हो गया. कार्यक्रम में मौजूद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने 'देश का गद्दार' और 'कन्हैया मुर्दाबाद' के नारे लगाए.
विरोध के दौरान मंच पर कन्हैया 30 मिनट तक बैठे रहे. इसी बीच एवीबीपी और कन्हैया के समर्थकों में धक्का-मुक्की भी शुरू हो गई. दोनों पक्षों के बीच विवाद की वजह से अफरातफरी का माहौल बन गया. इस दौरान वंदेमातरम और जय श्रीराम के नारे लगे. इसके अलावा एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने 'कन्हैया कुमार वापस जाओ' के नारे भी लगाए.
इस दौरान पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ही प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण किया जा सका. शीरोज की सर्वाइवर्स ने हाथ जोड़कर कहा- कन्हैया देशद्रोही नहीं है. इसके बाद प्रोग्राम कंटीन्यू हो सका.
कन्हैया ने कहा, 18 राज्यो में आपकी सरकार है, आप किसी आदमी को बोलने से रोक रहे हैं, यह सही नहीं है. मैं स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से हूं. मुझे कोई इतनी जल्दी नहीं हरा सकता है. यह मेरा गुरूर नहीं है, ये सच की ताकत है. तुम सामने से गोली भी मार दो, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे.
बता दें कि कन्हैया कुमार लिटररी फेस्टिवल में अपनी किताब 'बिहार से तिहाड़' पर चर्चा के लिए लखनऊ के शीरोज हैंगआउट पहुंचे थे. उनके पहुंचने के साथ ही विवाद शुरू हो गया.
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