नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश (CJI) और राज्यसभा सदस्य रंजन गोगोई ने प्रभु श्रीराम को लेकर बड़ा बयान दिया है। पूर्व CJI गोगोई ने कहा है कि प्रभु श्रीराम और संविधान, दोनों ही सर्वोपरि हैं। सुबह सभी लोग संविधान का स्मरण करें और प्रभु श्रीराम का नाम लें, तो उनका कल्याण होगा। बता दें पूर्व मुख्य न्यायाधीश अखिल भारतीय धर्म संघ के शिविर में शामिल होने पहुंचे थे।
बता दें वह बुधवार (1 फ़रवरी) को गुवाहाटी से माघ मेला स्थित अखिल भारतीय धर्म संघ के शिविर में आयोजित संत सम्मेलन में चीफ गेस्ट के रूप में भाग लेने आए थे। उन्होंने कहा कि देश के विकास में युवा पीढ़ी की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्हें इसे ईमानदारी से निभाना होगा, तभी देश सशक्त होगा। उनके साथ उनकी पत्नी रूपांशी गोगोई भी मौजूद थीं। बता दें कि पूर्व CJI गोगोई ने अपने कार्यकाल के दौरान संवेदनशील अयोध्या भूमि विवाद मामले समेत कई प्रमुख फैसले सुनाने वाली पीठों की अगुवाई की थी। 16 मार्च, 2020 को को सरकार द्वारा उन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया गया था। गोगोई ने उन पीठों का भी नेतृत्व किया था, जिन्होंने राफेल फाइटर जेट डील और प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश जैसे मामलों पर फैसला दिया था।
बता दें कि, राज्यसभा के लिए उनके नामांकन के ऐलान की एक अधिसूचना 16 मार्च, 2020 को गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई थी। गोगोई 13 महीने से कुछ ज्यादा के कार्यकाल के बाद नवंबर, 2019 में CJI के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वह राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले भारत के पहले पूर्व चीफ जस्टिस हैं।
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