लखनऊ: अयोध्या मामले में सर्वोच्च न्यायालय के अंतिम फैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण का कार्य आरंभ हो चुका है. अब काफी इंतजार के बाद अब मस्जिद-ए-अयोध्या (Masjid-e-Ayodhya) का निर्माण शुरू होने वाला है. इंडो इस्लामिक कल्चरल ट्रस्ट (Indo Islamic Cultural Trust) की ओर से मस्जिद के नक़्शे को पास करने में जो सबसे बड़ा रोड़ा आ रहा था, वह अब दूर होने वाला है.
दरअसल, अगले हफ्ते अयोध्या विकास प्राधिकरण बोर्ड की मीटिंग होने वाली है, जिसमें मस्जिद के लिए दी गई जमीन का लैंड यूज चेंज करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया जाएगा. इंडो इस्लामिक कल्चरल ट्रस्ट के सदस्य अरशद अफजाल ने जानकारी दी है कि, 'मस्जिद-ए-अयोध्या निर्माण से संबंधित तमाम कागज़ात जमा करा दिए गए हैं. इस साल दिसंबर 2022 तक मस्जिद के नक़्शे को स्वीकृति मिल जाएगी. इसके बाद 26 जनवरी 2023 से मस्जिद-ए-अयोध्या का निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा.'
बता दें कि, सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद शासन ने मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन अयोध्या जनपद के धन्नीपुर गांव में आवंटित की थी. भूमि आवंटन के बाद मई 2021 में इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने मस्जिद के नक़्शे की स्वीकृति के लिए आवेदन कर दिया था. हालांकि, NOC के अभाव में अब तक इसको हरी झंडी नहीं मिल सकी है.
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