खाद्य पदार्थों का अपना एक विज्ञान है और हर खाद्य पदार्थ की अलग विशेषताएं और इन्हें खाने के तरीके भी अलग होते हैं. कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जिन्हें कच्चा नहीं खाना चाहिए तो कुछ ऐसे ही जिन्हें पकाकर नहीं खाना चाहिए। आज आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताएँगे जिन्हें वैसे तो कच्चा खाते हैं लेकिन अगर इन्हें पका कर खाएंगे तो हमारे शरीर को इनसे ज्यादा फायदे मिलेंगे।
बीटा कैरोटीन एक ऐसा योजिक है जो गाजर को अपने इतना नारंगी रंग देता है। हमारा शरीर बीटा कैरोटीन को विटामिन ए में परिवर्तित करता है, जो कि नेत्र ज्योति , प्रजनन, हड्डियों की वृद्धि और इम्यून सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण है। गाजर, हालांकि एक मजबूत सब्जी होती है और इसलिए जल्दी से अपने पोषक तत्वों को नहीं छोड़ती इसलिए इससे ज्यादा से ज्यादा पोषक तत्व लेने के लिए इसे पकाना चाहिए क्योंकि जब गाजर को पकाया जाता हैं तो हमें गाजर से बीटा-कैरोटीन के उच्च स्तर प्राप्त होते हैं.
फोलेट, विटामिन सी, नियासिन, राइबोफ्लैविविन और पोटेशियम की मात्रा हालांकि कच्ची पालक में ज्यादा होती है. हालांकि पालक को थोड़ी देर तक पकाने से इसमें मौजूद विटामिन ए और ई, फाइबर, जिंक, थायामिन, कैल्शियम, लोहा और प्रोटीन के साथ ही आवश्यक कैरोटीनॉड्स, बीटा-कैरोटीन, ल्यूटेन और ज़ेक्सैथीन का स्तर बढ़ जाता है.
टमाटर को पकाने से हालांकि इसमें मौजूद विटामिन सी का स्तर कम हो जाता है लेकिन ऐसा करने से हमारे शरीर को लाइकोपीन की अधीक मात्रा उपलब्ध हो जाती है. लाइकोपीन को कैंसर और दिल के दौरे के जोखिम को कम करने से जोड़ा जाता है. विटामिन सी एक प्रचलित विटामिन है और यह हमें बहुत सी चीजों से मिल जाता है इसलिए अगर टमाटर को पकाने पर इसका स्तर कम भी हो जाए तो ज्यादा फर्क नहीं पड़ता।
बड़े-बड़े काम करता है छोटा सा नींबुड़ा
ना लें वर्कआउट के बारे में यह अधपका ज्ञान - अंतिम भाग