आप अपने घर में मौजूद बड़े-बुढ़ों को अकसर तांबे के बर्तन में पानी बीते देखा होगा. दरअसल, धातुओं के बर्तन में खाना या पानी पीने को प्राचीन समय से ही सेहत के लिए फायदेमंद माना गया है और इनमें से तांबे के बर्तन को बहुत शुद्ध माना गया है. सेहत को ध्यान में रखते हुए आज भी आपने कई घरों में देखा होगा कि लोग तांबे के बर्तन में ही पानी पीते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करने से सेहत को क्या-क्या लाभ पहुंचता है ?
तांबा जिसे हम अंग्रेजी में कॉपर कहते हैं, सीधे तौर पर आपके शरीर में कॉपर की कमी को पूरा करता है और बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी को ठीक करता है.
यही नहीं, तांबे के बर्तन में रखा पानी पूरी तरह से शुद्ध माना जाता है. इसलिए आपने अकसर पूजा में तांबे का ही लौटा या ग्लास इस्तेमाल करते हुए देखा होगा. सेहत की बात करें तो यह सभी डायरिया, पीलिया, डिसेंट्री और अन्य प्रकार की बीमारियों को पैदा करने वाले बैक्टीरिया को भी खत्म कर देता हैं.
आपको बता दें कि तांबे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन जैसी कई समस्याएं नहीं होने देते हैं. वहीं, ऑर्थराइटिस की समस्या से निपटने में भी तांबे का पानी फायदेमंद होता है.