नई दिल्ली: भारत जहां एक ओर अपने व्यापार में लगातार ही आगे बड़ रहा है। वहीं हर क्षेत्र में भारत की श्रेणी में भी सुधार हो रहा है। हाल में विश्वबैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारत ने पिछले साल के मुकाबले 23 पायदान की ऊंची छलांग लगाई है। जिससे भारत अब इस रैंकिंग के साथ 77वें स्थान पर पहुंच गया हैै। यहां हम आपको बता दे कि विश्वबैंक ने हाल में एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें भारत की रैंकिंग का पता चला है। वहीं माना जा रहा है कि इससे भारत को अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
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जानकारी के अनुसार बता दें कि कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में गिरावट के चलते आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर सितंबर में गिरकर 4.3 प्रतिशत रह गई थी और ये सबसे न्यूनतम बताई जा रही है। वहीं इससे पहले मई 2018 में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रही थी जबकि एक साल पहले इसी माह में इन उद्योगों की वृद्धि 4.7 प्रतिशत रही थी। इसके अलावा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का उत्पादन 4.2 प्रतिशत और 1.8 प्रतिशत घटा है।
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गौरतलब है कि सितंबर महीने में उवर्रक, सीमेंट और बिजली उत्पादन में 2.5 प्रतिशत 11.8 प्रतिशत और 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली उत्पादन को रखा गया है। भारत में बढ़ रहे कारोबार से अब देश की स्थिति में सुधार हो रहा है वहीं विश्व बैंक की कारोबार सुगमता पर 2019 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में कारोबार शुरू करने और उसमें सुगमता से संबंधित दस मापदंडों में से 6 में भारत की स्थिति में सुधार हुआ है। इसके अलावा जिनमें भारत की स्थिति सुधरी है उनमें कारोबार शुरू करना, निर्माण परमिट, बिजली की सुविधा प्राप्त करना, कर्ज प्राप्त करना, करों का भुगतान, सीमापार व्यापार, अनुबंधों को लागू करना और दिवाला प्रक्रिया जैसे उपाय शामिल हैं।
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