मुंबई: भारत में कोरोना अब नियंत्रित होता जा रहा है. दिल्ली एवं महाराष्ट्र में कोरोना के केस बेहद रफ़्तार से बढ़ रहे हैं तथा इसके साथ ही प्रतिबंधों का आरम्भ भी हो चूका है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि अगले कुछ हफ्ते में कोरोना के नए रोगियों का आँकड़ा 10 लाख तक पहुंच सकता है तथा तीसरी लहर फरवरी के पहले हफ्ते में पीक पर होगा. ऐसे में बताया जा रहा है कि एक बार फिर से लॉकडउन लग सकता है. महाराष्ट्र में जहां नाइट कर्फ्यू लगाया गया है वहीं दिल्ली में कई प्रतिबंधों के पश्चात् आज से साप्ताहिक कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. हालांकि अभी नजर रखी जा रही है तथा लॉकडाउन की घोषणा नहीं की गई है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि इसपर निर्णय सीएम उद्धव ठाकरे लेंगे.
वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि भारत की राजधानी होते हुए दिल्ली ने सबसे पहले पाबंदी लगा दी हैं, ऐसा लगता नहीं है कि अभी लॉकडाउन की आवश्यकता है। सीएम अरविंद केजरीवाल भी यही बात बोल चुके हैं कि दिल्ली में कोरोना रफ़्तार से बढ़ रहा है, मगर अभी लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है।
आपको बता दें महाराष्ट्र एवं दिल्ली, देश के दो ऐसे प्रदेश हैं जहां कोरोना के मामले रफ़्तार से बढ़े हैं. इनके अतिरिक्त मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु उन प्रदेशों की सूची में हैं जहां संकट रफ़्तार से बढ़ रहा है. इन प्रदेशों में लोगों के मन में एक ही सवाल है कि क्या एक बार फिर लॉकडाउन लगेगा? क्या उन्हें फिर से घरों में कैद रहना होगा? वहीं, बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए, उत्तराखंड सरकार ने नई पाबंदी लगाई हैं तथा कहा है कि प्रदेश में सभी राजनीतिक रैलियां तथा विरोध प्रदर्शन 16 जनवरी तक प्रतिबंधित रहेंगे. प्रदेश के सभी विद्यालय तथा आंगनवाड़ी केंद्र भी 16 जनवरी तक बंद रहेंगे.
... तो देश में रोज आ सकते हैं 30 लाख नए कोरोना मरीज, डराने वाला अनुमान
इस महीने में बढ़ेंगे कोरोना संक्रमण के मामले लेकिन मार्च तक खत्म हो जाएगा कोरोनावायरस!