दुनिया भर से आए दिन कई तरह के मामले सामने आते रहते है इस बीच एक और मामला सामने आया है जिसमे इंडोनेशिया के प्रभावशाली तथा मशहूर धर्मगुरू मुहम्मद रिजिक शिहाब को 4 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई है। रिजिक शिहाब पर आरोप है कि उन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर झूठ कहा था तथा व्यक्तियों के बीच भ्रम फैलाकर उनकी जान संकट में डालने का काम किया।
इंडोनेशिया की ईस्ट जकार्ता डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में ये निर्णय सुनाया गया है। तीन जजों के एक पैनल ने बताया कि शिहाब ने अपनी कोरोना की जांच रिपोर्ट को लेकर गलत बयान दिया था। इसके चलते उनके कांटेक्ट में जो लोग आए थे, उनकी पहचान करने में और इस संक्रमण को नियंत्रित करने में समस्यां का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि शिहाब इस्लामिक डिफेंडर फ्रंट के आध्यात्मिक लीडर के रूप में भी जाने जाते हैं। शिहाब ने अपने एक वीडियो में बताया था कि वे पूरी प्रकार से ठीक हैं जबकि वे उस वक़्त कोरोना संक्रमण से संक्रमित थे।
अदालत का कहना है कि शिहाब जैसी प्रभावशाली शख्सियत झूठ कहकर व्यक्तियों में असमंजस उत्पन्न किया। इस मामले में ये भी बताया गया कि शिहाब जैसे प्रभावशाली व्यक्ति ने अपने स्वस्थ होने की गलत खबर दी। ये खबर ना सिर्फ मीडिया बल्कि सोशल मीडिया पर भी प्रमुखता से बताई गई। ऐसा करने के साथ-साथ उन्होंने कई व्यक्तियों की जान को संकट में डाला। बता दें कि शिहाब 13 दिसंबर से ही गिरफ्त में हैं। जज के पैनल ने बताया कि जितने भी वक़्त वे जेल में गुजार चुके है, उसके अनुसार ही उनकी सजा को कम कर दिया जाएगा।
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