मुरैना: मध्य प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में कोरोना ने अपने पैर पसार लिए है. वहीं मुरैना शहर में कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन की शुरुआत हो चुकी है. यही कारण है कि एक तो बड़ी संख्या में मरीज मिले रहे हैं. दूसरे इन मरीजों में से अधिकतर को पता नहीं चल पा रहा कि वे कहां से संक्रमित हुए है. 21 जून के बाद जितने भी लोग संक्रमित मिले हैं, उनमें व्यवसायी वर्ग के अधिक हैं. इसलिए कारोबारी वर्ग में संक्रमण के फैलाव का पता लगाने के लिए प्रशासन ने शहर के किराना, होटल व नाश्ते की दुकान चलाने वालों के बुधवार को सैंपल किए है. जांच कराने के लिए 108 कारोबारी जीवाजी क्लब पहुंचे, लेकिन इनमें से 48 के सैंपल लिए गए. अन्य की स्क्रीनिंग कर उन्हें घर जाने को कह दिया गया.
हालांकि शहर में पिछले 21 जून से लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही हैं. एक-एक दिन में 73 मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में अब प्रशासन की नींद खुली है और सैंपल कराने शुरू कर दिए हैं. साथ ही शहर में प्रदेश शासन के अभियान किल कोरोना को भी प्रशासन ने बुधवार को शुरू कर दिया है. अब घर-घर जाकर लोगों की जांच की जाएगी. साथ ही जिन लोगों में कोरोना होने की आशंका जताई जा रही है, उन्हें सैंपल के लिए जीवाजीक्लब भेजा जा रहा है.
बता दें की शहर के होटल, किराना व नाश्ते के कारोबारियों की जांच कराने की जिम्मेदारी खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसरों को सौंपी गई. बुधवार को इन कारोबारों से जुड़े हुए 108 लोगों को जांच के लिए जीवाजी क्लब लाया गया है. जहां पर सभी की पहले स्क्रीनिंग की गई है . स्क्रीनिंग के बाद 48 ऐसे कारोबारी मिले, जिनके सैंपल कराने जरूरी हो गए थे. इससे होटल संचालक, किराना व नाश्ते की दुकानों के संचालकों में यदि कोरोना का संक्रमण है तो पता चल जाएगा.
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