यूपी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न हो गए हैं। दो मई को मतगणना के उपरांत परिणाम भी सामने आने वाले है। लेकिन पंचायत चुनाव कोविड संक्रमण के फैलने की बड़ी वजह बनकर सामने आ रहा है। चुनाव ड्यूटी के बीच कोविड से संक्रमित हुए कई कर्मचारी अपनी जान गंवा चुके हैं। ये सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। अब सुल्तानपुर में 28 साल के सरकारी टीचर रमेश कुमार यादव ने कोविड से दम तोड़ दिया। रमेश को तीन महीने पहले ही नौकरी मिली थी, उन्हें अभी तक सैलरी भी नहीं मिली थी।
तीन महीने पहले मिली थी नौकरी: सुल्तानपुर के बल्दीराय के बिरधौरा गांव के रहने वाले रमेश कुमार यादव को बीते वर्ष दिसंबर में नौकरी मिली थी। अभी तक उन्हें अपनी पहली सैलरी भी नहीं मिली थी। आदमपुर नटौली प्राथमिक विधालय में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत थे। रमेश की 19 अप्रैल को चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई थी। चुनाव संपन्न कराने के उपरांत से ही रमेश की तबीयत और भी बिगड़ चुकी है। सरकारी हॉस्पिटल से उपचार कराया गया, लेकिन 28 अप्रैल की देर रात रमेश की जान चली गई। रमेश की शादी तीन वर्ष पहले फैज़ाबाद की रहने वाली निशा से हुई थी। उन्हें अभी कोई बच्चा नहीं था।
'सुल्तानपुर में अब तक 13 ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए थे, जिनकी मौत हो गई': जंहा इस बात का पता चला है कि बीटेक और BTC डिग्री धारक रमेश पढ़ने में हमेशा अव्वल थे। रमेश के पिता राम यज्ञ यादव का बोलना है कि बेटे की मौत का बहुत कष्ट है, मैं खुद कोविड पॉजटिव था, जिसके चलते अपने बेटे के उपचार के लिए नहीं दौड़ पाया। उन्होंने कहा कि चुनाव ड्यूटी के उपरान्त से ही रमेश की हालत खराब थी, लाख कोशिश के उपरांत भी उनके बेटी की जान नहीं बच पाई। मिली जानकारी के अनुसार सुल्तानपुर जिले के उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपदीय प्रवक्ता निजाम खान का कहना है कि सुल्तानपुर में अभी तक 13 शिक्षक ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए थे, जिनकी मौत हो गई।
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