शिवपुरी: मध्य प्रदेश में एक तरफ कोरोना वैक्सीन बहुत तेजी से लगाई जा रही है वहीं दूसरी तरफ लोगों में इसे लेकर खौफ भी देखा जा रहा है। ताजा मामला शिवपुरी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों का है जहाँ अब भी वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां व्याप्त हैं। इसी के चलते यहाँ ग्रामीण कोरोना वैक्सीनेशन लगवाने से इंकार कर रहे हैं। बीते बुधवार को बैराड़ और खनियाधाना में इस बात का उदाहरण नजर आ गया।
जी दरअसल यहाँ जब डोर टू डोर वैक्सीनेशन टीम पहुंची तो टीम को देख ग्रामीण घर छोड़ कर भाग गए। केवल यही नहीं बल्कि कुछ तो जमीन पर ही लेट गए और रोने लगे। जी हाँ और इन ग्रामीणों के परिजनों ने इन्हें बमुश्किल पकड़ा और जबरन वैक्सीनेट करवाया। बताया जा रहा है बीते बुधवार को शिवपुरी के बैराड़ में सड़क किनारे रहने वाली संतरा पत्नी सुल्तान जाटव के पूरे परिवार ने वैक्सीन लगवा ली थी, लेकिन उसके मन में भय था कि वैक्सीन लगने के कुछ साल बाद मरना तय इसी वजह से वह हर बार वैक्सीनेशन के समय भाग जाती थी। बीते कल भी ऐसा ही हुआ तो घर वालों ने पकड़कर जबरन उसका वैक्सीनेशन करवाया।
ऐसा ही नजारा खनियाधाना की गोलाकोट पंचायत की लखनपुरा आदिवासी बस्ती में नजर आया। यहाँ भरोसा नाम के शख्स का जबरन वैक्सीनेशन कराया गया। वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के ही जबलपुर में एक लड़की ने दावा किया है कि वैक्सीनेशन लगवाने के बाद से उसका चेहरा तिरछा हो गया है। पिता के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची लड़की का कहना है कि ''वैक्सीन लगवाने के दो दिन तक उसे दर्द होता रहा और तीसरे दिन उसका चेहरा टेडा हो गया।''
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