इंदौर: देश में कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान आज से यानी 16 जनवरी से शुरू हो रहा है। अब इसे लेकर अलग-अलग राज्यों में पूरी-पूरी तैयारियां हो गई हैं। आप सभी जानते ही होंगे कि मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिला रहा है। ऐसे में यहाँ पर कोरोना महामारी से बचाव का पहला टीका लगवाने जा रहीं स्वास्थ्यकर्मी आशा पवार ने हाल ही में बात की है। उन्होंने बीते शुक्रवार को कहा कि 'मैं और मेरा परिवार इस टीकाकरण को लेकर एकदम निश्चिंत है।'
वैसे आप सभी को पता ही होगा कि बीते दिनों एक सर्वे हुआ था जिसमे यह खुलासा हुआ था कि 69 फीसदी भारतीय डर के चलते वैक्सीन नहीं लगवाना चाह रहे हैं। टीका लगवाने वाली 55 साल की आशा पवार जिला अस्पताल में आया के रूप में कार्य करती हैं। उनका कहना है, “जब मुझसे पूछा गया कि क्या मैं कोरोनावायरस का टीका लगवाना चाहती हूं, तो मैं इसके लिए तुरंत तैयार हो गईं। इस टीके को लेकर मैं और मेरा परिवार एकदम निश्चिंत है।” वहीं इस बारे में अधिकारियों ने बताया कि 'आशा पवार के पति की करीब 30 साल पहले मृत्यु हो चुकी है। उनके परिवार में उनका बेटा, बहू और पोता-पोती हैं।'
इस बारे में बात करते हुए जिले की प्रभारी मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी पूर्णिमा गडरिया ने बीते बुधवार को कहा था, 'कोरोना महामारी का पहला टीका वह खुद लगवाना चाहेंगी, ताकि अन्य स्वास्थ्य कर्मी भी टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित हो सकें।' वैसे आप सभी को हम यह भी बता दें कि देशभर में स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना का टीका लगाए जाने के अभियान की शुरुआत आज से यानी शनिवार से होने जा रही है। आज टीकाकरण की औपचारिक शुरुआत स्वास्थ्य विभाग के 4th श्रेणी कर्मचारियों से होगी।
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