वाशिंगटन: कोरोना वायरस ने सबसे अधिक तबाही यूरोप के देशों में मचाई और अब वहां हालात स्थिरता की तरफ बढ़ते नज़र आ रहे हैं। हालांकि, चिंता का विषय यह है कि अब इसका निशाना एक बार फिर एशिया बनेगा, ऐसे संकेत सामने आ रहे हैं। दरअसल, चीन से शुरू हुई यह महामारी अब जापान और भारत में विकराल रूप लेती नज़र आ रही है।
खासकर जापान में स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गुरुवार तक 24 घंटे में अब तक के सबसे अधिक 500 नए कोरोना पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं। जापान में पीएम शिंजो आबे पहले ही 7 जगहों पर आपातकाल की घोषणा कर चुके हैं। हालांकि, यह लॉकडाउन नहीं है, इसलिए हालात के और चिंताजनक रूप लेने की आशंका जाहिर की जा रही है। जापान में बुजुर्गों की भी बड़ी जनसँख्या है, जो इस घातक वायरस का निशाना सबसे अधिक बनती देखी गई है।
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी में कंपनियों ने घर से काम करना भी देर से आरंभ किया। यहां तक कि टोक्यो की सड़कों पर लोग आम दिनों की तरह ही दिखाई दे रहे हैं। अब तक जापान में 4,667 लोग कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं और 94 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं भारत में भी 5,734 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं और 166 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि कोरोना ने यूरोप में तबाही मचाने के बाद ऐसा का रुख कर लिया है,।
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