आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में COVID-19 संक्रमितों के लिए होम आइसोलेशन की व्यवस्था 22 जुलाई को आरम्भ हुई थी. प्रथम 10 दिन में लगभग 25 संक्रमितों ने ही होम आइसोलेशन चुना. अब निरंतर संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है, इसके साथ-साथ होम आइसोलेशन की व्यवस्था लेने वालों की भी संख्या में वृद्धि हुई है. 40 दिनों में 569 मरीजों ने होम आइसोलेशन चयनित किया है.
औसतन प्रतिदिन 15 मरीज घर में रहकर उपचार करा रहे हैं. इसमें बिना लक्षण वाले मरीज तथा मध्यम बुखार-खांसी वाले मरीज हैं. चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. आरसी पांडेय ने बताया कि COVID-19 वायरस से टेस्ट कराने में डरे नहीं, अब घर में रहकर उपचार की सुविधा है. दयालबाग में 27 वर्ष की युवती संक्रमित है. उसको अलग कमरे में होम आइसोलेशन में रखा गया है. उसके माता-पिता को अलग कमरे में क्वारंटीन किया है. उसके भाई को निगरानी के लिए सुनिश्चित किया है. इनके सबंधियों ने बताया कि कंट्रोल रूम से प्रतिदिन स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती है.
वही ट्रांस यमुना कॉलोनी में 38 वर्ष की महिला संक्रमित होने के पश्चात् होम आइसोलेशन में है. बुखार, खांसी की दवा पूर्व में ही डॉक्टर दे जाते हैं. प्रतिदिन कंट्रोल रूम से स्वास्थ्य की जानकारी की जाती है. बताया कि मध्यम बुखार होने पर डॉक्टर की बताई दवा ले ली, जिससे आराम हुआ. इसी के साथ राज्य में होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, साथ ही साथ राज्य में कोरोना के मामलों में निरंतर वृद्धि हो रही है.
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