मुंबई: महाराष्ट्र के मुंबई शहर में कोरोना के नए सब वेरिएंट XE का मामला मिला है या नहीं, इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (MoHFW) तथा बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) आमने-सामने हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहन्मुंबई नगर निगम के दावों का खंडन करते हुए कहा है कि रोगी के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग से XE वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन आने वाले केंद्रीय अनुसंधान निकाय INSACOG के शीर्ष अफसरों ने कहा कि मामले का फिर से टेस्ट करना होगा.
वही इससे पहले बुधवार को ग्रेटर मुंबई नगर निगम ने दावा किया था कि जिन 230 सैम्पल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के तहत टेस्ट के लिए भेजा गया था उनमें से एक परीक्षण में नए सब वेरिएंट XE की पुष्टि हुई है. इस मामले को लेकर ये भी बताया गया था कि 50 वर्षीय एक महिला जिसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं नजर आ रहे हैं, उसे कोरोना के नए सब वेरिएंट XE से पॉजिटिव पाया गया है. महिला को वैक्सीन की दोनों खुराक लग चुकी हैं. बृहन्मुंबई नगर निगम के अनुसार, 'नए वेरिएंट की पुष्टि के लिए नमूनें को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स (NIBMG) को भेजा जाएगा.
वही इस नए वेरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि अभी कुछ दिन पहले ब्रिटेन (UK) में 'XE' वेरिएंट की पुष्टि हुई है. WHO ने बताया कि XE सब वेरिएंट ओमिक्रॉन के बीए.2 के मुकाबले 10 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक प्रतीत होता है. WHO का कहना है कि वर्तमान में ओमिक्रॉन वेरिएंट के भाग के तौर पर एक्सई म्यूटेशन को ट्रैक किया जा रहा है.
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