बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु में कोरोना संक्रमण से मृत्यु बढ़ती जा रही हैं. यहां की परिस्थिति यह है कि बिजली शव दाह के लिए शव दाह गृह के बाहर लंबी लाइनें लग रही हैं. हर वक्त कम से कम दस शव वाहनों को श्मशान घाट के बाहर इंतज़ार किए देख जा सकता है.
प्रदेश में हर रोज कोरोना संरकमण से सौ से अधिक संक्रमितों की मृत्यु हो रही है. इनमें से ज्यादातर मृत्यु बेंगलुरु में हो रही हैं. गवर्नमेंट आंकड़ों में हर दिन इन मृत्यु का आंकड़ा नहीं दिखाया जा रहा है. दरअसल इनकी रिपोर्टिंग बाद में की जा रही है. कई केसों में तो ऐसा है कि एक माह बाद मृत्यु दर्ज हो पा रही है.
गत 1 सप्ताह में बेंगलुरु के भीतर कोरोना संक्रमण से 39 लोगों को मृत्यु हो गई है. बेंगलुरु महापालिका के कार्यकर्त्ता, ड्राइवर्स और कोरोना से मृत संक्रमितों के परिजनों का पूरा-पूरा दिन श्मशान घाट के बाहर ही गुजर रहा है. लंबी लाइन के दौरान वह अपनी टर्न आने का वेट करते दिखाई देते हैं. कोरोना संक्रमण से जान गवांने वाले मरीजों का दाह संस्कार केनगेरी, हेब्बल, महादेवापुरा और बोमन्नाहल्ली में ही हो पा रहा है. इस प्रकार की फैसिलिटीज बेंगलुरु में बारह जगह हैं. मर्सी मिशन एनजीओ के मोहम्मद इस्माइल ने इस बारें में बताया कि 1-1 मरीज के दाह संस्कार के लिए श्मशान के बाहर सात-सात घंटे का वेट करना पड़ा रहा है. मोहम्मद इस्माइल ने आगे बताया कि 1 शव के दाह संस्कार में 45 मिनट से 1 घंटे का वक्त लगता है. सिटी में केवल 4 जगहों पर ही कोरोना संक्रमण के शवों का दाह संस्कार हो रहा है.
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