वेटिकन सिटी: आज के इस वर्तमान युग में बढ़ती जा रही कोरोना की मार से आज ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं है, जो परेशान न हो. इस वायरस का कहर इत्तना बढ़ चुका है कि हर दिन इसकी चपेट में सैंकड़ों लोग आ रहे है. वहीं इस वायरस ने अब तक हजारों लोगों की जान ले चुका है. जंहा अभी भी यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही इस बीमारी में निजात मिल जाएगा. यहीं नहीं न केवल इस वायरस ने लोगों के मानवीय जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि इस वायरस के खौफ से आज पूरी दुनिया में दहशत का माहौल बन चुका है. जंहा अब तक मरने वालों की संख्या 13000 से अधिक हो चुकी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने कोरोना के प्रकोप से लड़ने के लिए अमेरिका की सहायता की पेशकश को ठुकरा दिया है. बकौल खामनेई, ‘हो सकता है कि यह वायरस अमेरिका द्वारा पैदा किया गया हो.’ बता दें कि तेहरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका ने ईरान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा रखे हैं. इसमें कच्चे तेल की बिक्री पर रोक प्रमुख है. इसके चलते ईरान को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जंहा यह भी कहा जा रहा है कि एक टीवी संबोधन में खामनेई ने कहा, ‘अमेरिका हमारा कट्टर दुश्मन है. हो सकता है कि उसकी दवा वायरस को और फैला दे. अगर वह डॉक्टर और थेरेपिस्ट भेजते हैं तो वह आकर यह देखेंगे कि वायरस का प्रभाव कैसे हो रहा है, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि वायरस का एक हिस्सा ईरान के लिए बनाया गया है.’ खामनेई ने अपने बयान के संदर्भ में किसी वैज्ञानिक तथ्य का हवाला तो नहीं दिया है, लेकिन उनकी इस टिप्पणी को इस महीने की शुरुआत में चीन सरकार के प्रवक्ता से जोड़कर देखा जा रहा है.
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