भारत के अन्य राज्यों के मुकाबले एमपी में तेजी से कोरोना अपने पैर पसार रहा है. सरकार ने कोरोना को रोकने के लिए तेजी से टेस्ट करना प्रांरभ कर दिए है. वहीं मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस इंदौर से आए हैं, जहां आंकड़ा 300 के पार पहुंच गया है. पूरे प्रदेश में इस महामारी की चपेट में आने वाले लोगों की तादाद बढ़कर 578 हो गई है. अब तक 43 मरीजों की जान भी इस वायरस ने ली है. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आज का दिन बेहद अहम है. प्रदेश की आर्थिक राजधानी माने जाने वाले इंदौर में करीब 1300 लोगों की टेस्ट रिपोर्ट सामने आएगी. ऐसे में संभावना जताई जा रही कि कोरोना के मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा हो सकता है.
आपकी जानकारी इंदौर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक साथ इतनी बड़ी संख्या में आने वाली रिपोर्ट को देखते हुए अधिकारियों ने खास तैयारी की है. टास्क फोर्स का गठन किया गया है. कोरोना टेस्ट से जुड़ी रिपोर्ट आने के साथ ही गतिविधियां तेज होंगी. रेड जोन के अस्पतालों और क्वारंटीन सेंटरों में मरीजों को कोई असुविधा नहीं हो इसकी पुख्ता व्यवस्था की गई है.
वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने बड़ी संख्या में टेस्ट करने का फैसला किया है. जिसके तहत दिल्ली से करीब 1100 और इंदौर में 200 यानी कुल 1300 लोगों की कोविड-19 रिपोर्ट सोमवार शाम तक आने की संभावना है. ऐसे में कई मरीज सामने आ सकते हैं. डॉक्टरों के अनुसार, जब मरीज की टेस्ट रिपोर्ट सामने आएगी तभी उनका इलाज किया जा सकेगा. ऐसे में आज का दिन इंदौर के लिए बेहद अहम है. मध्यप्रदेश में कोरोना संदिग्धों की जांच तेजी हो रही है, लेकिन संसाधन कम होने के कारण रिपोर्ट आने में देरी हो रही है. सरकार ने कोरोना नियंत्रण के लिए तेजी से सैंपल टेस्टिंग क्षमता बढ़ा रही है. रविवार को 1700 सैंपल विशेष विमान से जांच के लिए दिल्ली स्थित लैब में भेजा गया है. मध्यप्रदेश में वर्तमान में कोरोना टेस्टिंग के लिए 7 लैब काम कर रहे हैं. प्रदेश में अभी जांच की क्षमता हर दिन 1 हजार है.
किसानों के लिए बड़ी खबर, इन नियमों को फॉलो करके बेच पाएंगे फसल