मध्यप्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है. वायरस का प्रभाव लॉकडाउन के दौरान भी कम नही हो रहा है. वही, कोरोना संक्रमण अभी शहर के कुछ इलाकों तक ही सीमित है, लेकिन इन इलाकों में जारी लापरवाही से उसे शहर में फैलते देर नहीं लगेगी. इस महामारी पर काबू पाने के लिए कंटेनमेंट घोषित हुए इलाकों में जांच के लिए पहुंचने वाली डॉक्टरों की टीम को लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं. करोना के सैंपल देने के बजाय कहीं मेडिकल टीम पर पथराव हो रहा है तो कहीं अभद्र व्यवहार के साथ उन पर थूका जा रहा है. संक्रमित हो चुके इलाकों के लोग यदि नहीं माने तो उनकी लापरवाही पूरे शहर पर भारी पड़ सकती है.
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वायरस की वजह से जिन इलाकों में पॉजिटिव मरीजों की संख्या सामने आ रही है उन्हें कंटेनमेंट घोषित कर रखा है. ये रानीपुरा, नूरानी नगर, तंजीम नगर, खजराना, चंदन नगर, दौलतगंज, टाटपट्टी बाखल, खातीवाला टैंक, दाऊदी नगर, कोयला बाखल, अहिल्या पल्टन, आजाद नगर, एमआर-9 क्षेत्र की कॉलोनी हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि चंदननगर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव महिला के मिलने के बाद पुलिसप्रशासन ने आसपास के साठ लोगों को आइसोलेशन के लिए क्वारंटाइन सेंटर चलने के लिए कहा. काफी प्रयास के बाद भी ये लोग क्वारंटाइन सेंटर जाने के लिए तैयार नहीं हुए. घरों में रहने के बजाय पूरे इलाके में घूमते रहे. संक्रमण फैलने की आशंका देखते हुए इसके बाद पुलिस को आधी रात को धावा बोलकर 60 लोगों को क्षेत्र के दो मैरिज गार्डनों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर भेजना पड़ा.
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