उत्तराखंड में आज कोरोना संक्रमण का एक मामला सामने आया है। नैनीताल जिले की 23 वर्षीय युवती में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही अब प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 69 हो गई है। इनमें से 46 मरीज ठीक हो चुके हैं।अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने युवती के संक्रमित होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 10 मई को हल्द्वानी के कमलवा गांजा निवासी युवती गुरुग्राम से लौटी थी। उसे संस्थागत क्वारंटीन किया गया था। फिलहाल युवती में संक्रमण को लेकर किसी तरह के लक्षण नहीं थे, लेकिन युवती के पास गुरुग्राम के एक डॉक्टर की पर्ची थी। जिसमें युवती को गले में खरास की शिकायत बताई गई थी।इसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने युवती का सैंपल जांच के लिए सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी भेजा, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई है। युवती को हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन में भर्ती किया गया है।इसके साथ ही अब नैनीताल जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 11 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार युवती को भर्ती करने के साथ ही उसके संपर्क में आए लोगों को भी चिह्नित किया जा रहा है।
पूरे प्रदेश में 10471 सैंपलों की जांच की जा चुकी
वहीं, मंगलवार को देहरादून, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल, हरिद्वार, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, पौड़ी और उत्तरकाशी जनपद से 365 नए सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। ऊधमसिंह नगर जनपद में संक्रमण के मामले बढ़ने से जांच के लिए भेजे जाने वाले सैंपलों की संख्या बढ़ाई गई है। वहीं मंगलवार को दून, हल्द्वानी, श्रीनगर मेडिकल कॉलेज, एम्स ऋषिकेश और निजी पैथोलॉजी लैब से 239 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आई है। इनमें से एक युवती के सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब तक पूरे प्रदेश में 10471 सैंपलों की जांच की जा चुकी है।
जिलेवार संक्रमित मामले
जिला संक्रमित ठीक हुए मरीज
देहरादून 35 26
हरिद्वार 07 05
नैनीताल 11 09
यूएसनगर 13 04
पौड़ी 01 01
अल्मोड़ा 01 01
उत्तरकाशी 01 00
मुनिकीरेती से बेवजह ऋषिकेश नहीं आ सकेंगे लोग
अब मुनिकीरेती से ऋषिकेश आने के लिए पास दिखाना होगा। पास न होने पर एंट्री नहीं मिल सकेगी। इसके साथ ही कोतवाली पुलिस ने मुनिकीरेती से ऋषिकेश बिना वजह आने वाले लोगों पर शिकंजा कसने के लिए अपनी सीमा पर बेरिकेडिंग लगा दी है। जहां से बिना पास के एंट्री नहीं मिलेगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी विरेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि मुनिकीरेती से ऋषिकेश सीमा लांघकर लोग यहां बाजारों और सड़कों पर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे थे।इसके अलावा छोटा-मोटा राशन लेने के लिए भी ऋषिकेश आ रहे हैं, साथ ही युवा बिना वजह यहां घूम रहे हैं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए ऋषिकेश पुलिस ने मंगलवार को लक्ष्मणझूला मार्ग गुरुद्वारे के समीप अपनी सीमा सील की है। उन्होंने बताया कि सिर्फ आवश्यक सेवा स्वास्थ्य कर्मी, एम्स में कार्यरत कर्मचारी, सफाई कर्मी आदि को ही पास दिखाने पर आवागमन की अनुमति होगी। पास न होने पर एंट्री नहीं मिलेगी। इस दौरान पुलिस ने लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को बेवजह घर से बाहर न निकलने का आह्वान भी किया।
कोतवाली और मुनिकीरेती थाने से बनवाएं पास
कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि ऐसे लोग जिनका मकान ऋषिकेश में है और दुकान मुनिकीरेती में है, वह अपना पास कोतवाली ऋषिकेश से बनवा सकते हैं। इसी तरह जिनका मकान मुनिकीरेती में है और ऋषिकेश में दुकान है, अपना पास मुनिकीरेती थाने से बना सकते हैं।
चमोली जिले में दूसरे राज्यों से आ चुके 3600 से अधिक प्रवासी
कोरोना के चलते गांवों की तरफ लौटे लोगों की वजह से गांवों में रौनक बढ़ गई है। परन्तु जैसे-जैसे गांव में लौटने वालों की संख्या बढ़ रही है ग्रामीणों की चिंताएं भी बढ़ रही हैं। हालांकि प्रशासन रेड जोन वाले राज्यों से आने वालों का स्वास्थ्य परीक्षण कर सीधे गांव भेजने के बजाय फेसिलिटी क्वारंटीन सेंटर में भेज रहा है।अन्य को होम क्वारंटीन किया जा रहा है। कई गांवों में होम क्वारंटीन किए गए लोगों के खुले आम घूमने की भी शिकायतें आ रही हैं। फिलहाल जिला प्रशासन का कहना है कि बाहर से आने वाले सभी लोगों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। होम क्वारंटीन किए लोगों पर निगरानी रखी जा रही है। चार मई से अब तक जिले में 3600 से अधिक प्रवासी लौट चुके हैं। जबकि लॉकडाउन से प्रदेश के अंदर व बाहर से साढ़े आठ हजार के करीब लोग गांवों में आ चुके हैं।
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