कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज बढ़ने पर सरकार ने देहरादून शहर को हॉट स्पॉट क्षेत्र घोषित कर दिया है। इसके साथ ही वायरस का सामुदायिक फैलाव रोकने के लिए पूरे क्षेत्र में विशेष निगरानी व संक्रमित लोगों की पहचान के लिए एंटीबॉडी ब्लड टेस्टिंग की जा सकती है । इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के सबसे अधिक पॉजिटिव मामले देहरादून में पाए गए हैं। वहीं प्रदेश में अब तक मिले कुल 31 संक्रमितों में से 18 देहरादून के हैं। वहीं कोरोना संक्रमित का पहला मामला भी देहरादून की इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के ट्रेनी आईएफएस अफसर में मिला था।
इसके बाद एफआईआर, चकराता, डोईवाला, लक्खीबाग, कारगी ग्रांट, भगत सिंह कॉलोनी, चुक्खूवाला, सेलाकुई क्षेत्र के मरीजों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है। वहीं सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों के आधार पर देहरादून को हॉट स्पाट क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया है।इसके साथ ही शहर के जिन मोहल्लों व कॉलोनियों में कोरोना संक्रमितों की संख्या ज्यादा है, वहां कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान के लिए एंटीबॉडी ब्लड टेस्टिंग शुरू की जाएगी। ताकि संक्रमित लोगों की पहचान जल्द से जल्द हो सके।
आपकी जानकरी के लिए बता दें की जिन शहरों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 से अधिक पहुंच गई है। उन क्षेत्रों को हॉट स्पॉट घोषित किया जा रहा है। वहीं देहरादून में अब तक 18 मामले मिल चुके हैं। वहीं इसलिए देहरादून को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है।इसके साथ ही जिलाधिकारी से कहा गया है कि जिन क्षेत्रों में कोरोना मरीजों व संपर्क में आए लोगों की संख्या ज्यादा है, वहां पर लोगों की एंटीबॉडी ब्लड टेस्टिंग की जाए। रैपिड जांच से अधिक से अधिक सैंपलिंग हो सकती है।
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