उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार को प्रदेश में 85 और कोरोना संक्रमित मिले हैं। इन्हें मिलाकर संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 1000 के पार हो गया है। वहीं 15 दिन के भीतर संक्रमित मरीजों की संख्या 100 से बढ़कर एक हजार पार हो गई है। वहीं, इनमें से 252 मरीज ठीक भी हो चुके हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को आई सैंपल जांच रिपोर्ट में 893 निगेटिव मिले हैं। जबकि देहरादून, नैनीताल, टिहरी, चमोली, पौड़ी, हरिद्वार और रुद्रप्रयाग में 85 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। वहीं देहरादून जिले में संक्रमित पाए गए 25 मरीज मुंबई से आए हैं। जबकि सब्जी मंडी में पांच लोग संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से पॉजिटिव मिले।वहीं एक संक्रमित मरीज सहारनपुर का है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की जबकि 6 मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है।टिहरी जिले में 14 संक्रमित मरीज मुंबई से लौटे हैं। वहीं, नैनीताल जिले में 22 मरीज की ट्रेवल हिस्ट्री मुंबई की है। चमोली जिले में संक्रमित मरीजों में दो मुंबई और तीन पुणे और एक दिल्ली से आया है। पौड़ी जिले में तीन संक्रमित मरीज संपर्क में आए हैं। इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में दो संक्रमित मरीज दिल्ली और हरिद्वार जिले में एक संक्रमित मरीज मुंबई से आया है। वहीं अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने बताया कि मंगलवार को 85 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इन्हें मिला कर प्रदेश में संक्रमित मामलों की संख्या 1043 पहुंच गई है। हालाँकि 29 संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं। वहीं प्रदेश में अब तक 252 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा गया है।प्रदेश में पहला कोरोना संक्रमित मरीज 15 मार्च को मिला था। वहीं 18 मई को प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 96 थी। 15 दिन के भीतर यह संख्या एक हजार से अधिक पहुंच गई है।
वहीं, 761 सक्रिय मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।कोरोना संक्रमित पाए गए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के मामले में गोपन विभाग के पांच अधिकारी भी लो रिस्क की सूची में शामिल हैं। इन सभी अधिकारियों ने खुद को सेल्फ क्वारंटीन कर लिया है।29 मई को कैबिनेट बैठक में गोपन विभाग के ये सभी अधिकारी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से शामिल हुए थे। जिला प्रशासन ने शासन से ऐसे सभी अधिकारियों की सूची मांगी थी। जांच पड़ताल के बाद डीएम ने उन्हें लो रिस्क में रखा है।लेकिन एहतियात के तौर पर इन सभी अधिकारियों ने खुद को सेल्फ क्वारंटीन कर लिया है। इनमें गोपन अनुभाग का एक समीक्षा अधिकारी, अनुभाग अधिकारी, दो संयुक्त सचिव, एक उप सचिव शामिल हैं।
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