राज्य में कोरोना संक्रमण के आठ नए मामले सामने आए। जिसके बाद राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 929 हो गई है। इनमें से 200 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं अपर सचिव युगल किशोर पंत ने इन मामलों की पुष्टि की है।वहीं आज मिले नए आठ मामले हरिद्वार जिले में मिले हैं। ये सभी मुबंई से वापस लौटे हैं। रविवार को प्रदेश में 173 कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे। वहीं जिनमें से एक सैंपल की रिपोर्ट को दो बार काउंट किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, रविवार को सैंपल जांच रिपोर्ट में 1063 निगेटिव मिले थे। जबकि 11 जिलों में 173 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। देहरादून में 49 संक्रमित मरीज मिले। इनमें 22 लोग संक्रमित मरीज के संपर्क में आए हैं। 17 दून मेडिकल अस्पताल में भर्ती हैं, एक आढ़ती निरंजनपुर मंडी और पांच संक्रमित मुंबई और चार दिल्ली से आए हैं।यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटिड) ने उनका अप्रैल से जून तक तक का बिजली के बिल पर लगने वाला फिक्स चार्ज माफ कर दिया है। जबकि अभी तक मार्च से मई तक का चार्ज केवल स्थगित किया गया था, माफ नहीं।
दरअसल, लॉकडाउन में तमाम होटल, रेस्टारेंट, ढाबे बंद पड़े हैं। परन्तु , उन्हें बिजली बिल चुकाना ही पड़ रहा था। व्यवसाय बंद होने के कारण इनके संचालकों ने बिजली बिल आदि माफ करने की मांग की थी। उसके बाद सरकार ने उन्हें राहत देने की घोषणा की थी, लेकिन यूपीसीएल की ओर से मार्च से मई तक फिक्स चार्ज स्थगित करने के आदेश जारी किए।इसका अर्थ था कि मार्च से मई का फिक्स चार्ज ऐसे संचालक बाद में चुकता कर सकते हैं। परन्तु , अब यूपीसीएल ने अपने पूर्व के आदेश में संशोधन करते हुए मार्च की जगह अप्रैल से जून तक बिलों पर पड़ने वाला फिक्स चार्ज पूरी तरह माफ कर दिया है। यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा ने बताया कि इससे इन व्यवसायियों को बड़ी राहत मिलेगी।एक जून से भले ही देशभर में कंटेनमेंट जोन के अलावा सभी जगह पाबंदियां हटाने की घोषणा हो चुकी है, लेकिन दून के व्यापारी अभी भी बाजारों को सुबह सात से चार बजे तक खोलने के पक्ष में ही हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की व्यापारी इस संबंध में जिला प्रशासन और सरकार के सामने अपना पक्ष रख चुके हैं। अब जिला प्रशासन के आदेश का इंतजार है। व्यापारी सोमवार को इस संबंध में बैठक कर आगे का निर्णय लेंगे।देश में पिछले 68 दिनों से लॉकडाउन है। एक मई से तमाम पाबंदियां हटाने की घोषणा केंद्र सरकार ने की है। हालांकि कई अधिकार प्रदेश सरकार को दिए हैं। वहीं दून में जिला प्रशासन ने बाजारों को खोलने की अवधि सुबह सात से शाम सात बजे तक कर दी है। व्यापारियों ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित कर हालातों का हवाला देकर बाजारों का समय शाम चार बजे तक ही करने को कहा है।इस संबंध में जिला प्रशासन ने कोई निर्णय नहीं लिया है। व्यापारियों का कहना है कि वह जिला प्रशासन के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं। सोमवार को बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। दून उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष विपिन नागलिया ने कहा कि अधिकतर व्यापारी बाजारों का समय बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं। इस संबंध में जिला प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है।
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