पीएम राहत कोष बनने के बाद पूरे देश से कई लोगों ने कोरोना से निपटने के लिए दान किया है. वही, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया है कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने पूरे साल का वेतन 'मुख्यमंत्री राहत कोष' में देने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री ने साथ ही नागरिकों से अपील की है कि वे कोविड-19 से लड़ने में राज्य की मदद करने के लिए जो भी संभव हो, उसमें अपना योगदान दें. कर्नाटक में कोरोना वायरस से संक्रमित पीडि़तों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है और तीन लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, 8 लोग पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं.
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इस मामले को लेकर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु ने बताया कि हमें जानकारी मिली कि दिल्ली (मरकज) में प्रार्थना करने वाले 62 इंडोनेशियाई और मलेशियाई नागरिकों ने भी कर्नाटक का दौरा किया था. हमने ऐसे 12 लोगों का पता लगाया है और उन्हें क्वारंटाइन कर दिया है. गृह विभाग मामले की आगे जांच करेगा. ऐसे में कर्नाटक में भी कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है. अगर स्थिति बिगड़ती है, तो राज्य सरकार को फंड की आवश्यकता पड़ेगी. इसीलिए मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने लोगों से मदद का अह्वान किया है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच कई मंत्रियों और सरकारी कर्मचारियों समेत सामान्य लोग भी प्रधानमंत्री राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष में दान लेकर जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज निभा रहे हैं. कई राज्यों ने अपने सरकारी कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने का भी निर्णय लिया है, ताकि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने में पैसे की कमी न आए.
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