लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि गृह राज्य लौटने के इच्छुक प्रवासी मजदूरों के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी. वीरवार को तीन विशेष ट्रेन में 2400 प्रवासी श्रमिकों को बिहार और 1343 प्रवासी श्रमिकों को मध्यप्रदेश भेजा गया. उन्होंने कहा कि विविधताओं के बावजूद हम सब भारतीय एक हैं. इसी भावना व सोच के साथ हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अपने घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को राज्य सरकार के खर्च पर गृह राज्यों में भिजवाने की पहल की है. देश के किसी भी भाग में रहने वाले सभी भारतीय एक हैं और इनकी दुख-तकलीफ को दूर करना हम सब भारतीयों का दायित्व है.
इस तरह हरियाणा में कोरोना वायरस पर रखी जा रही नजर
अपने बयान में सीएम ने कहा कि अंबाला छावनी के रेलवे स्टेशन से 1200 से अधिक प्रवासी श्रमिकों को विशेष श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से बिहार के कटिहार में भेजा गया है, जिनमें कटिहार जिले के साथ-साथ सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, पूर्णिया के प्रवासी श्रमिक शामिल हैं. इन प्रवासी श्रमिकों में अंबाला जिले के 117, पानीपत के 23, भिवानी के 509, जींद के 512, फतेहाबाद के 25, हिसार के 7, कैथल के 8 प्रवासी श्रमिक शामिल हैं.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रेवाड़ी जंक्शन पर प्रवासी श्रमिक ओमपाल ने कहा कि वह रेवाड़ी में सपरिवार सरसों की कटाई के लिए आया था. लॉकडाउन होने के कारण यहां से नहीं जा सका. राज्य सरकार ने शेल्टर होम में रखा, अच्छा भोजन दिया, अब हरियाणा सरकार ने मुफ्त में घर भेजने की व्यवस्था कर दी, उन्होंने सीट बैठते ही- जय हो हरियाणा सरकार बोला. प्रवासी श्रमिक बिशन बोला हरियाणा अच्छा है फिर लौटकर आऊंगा.
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