बीजिंग: आज कोरोना वायरस का कहर इत्तना बढ़ चुका है कि हर दिन इसकी चपेट में सैंकड़ों लोग आ रहे है. वहीं इस वायरस ने अब तक हजारों लोगों की जान ले चुका है. जंहा अभी भी यह अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही इस बीमारी में निजात मिल जाएगा. यहीं नहीं न केवल इस वायरस ने लोगों के मानवीय जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि इस वायरस के खौफ से आज पूरी दुनिया में दहशत का माहौल बन चुका है. वहीं कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की तादाद के मामले में रुख अब बदल गया है. अभी तक संक्रमण के मामले चीन में सबसे अधिक बने हुए थे लेकिन अब तस्वीर पलट गई है. संक्रमण के मामले चीन में सोमवार तक 80,879 थे लेकिन चीन के अलावा दूसरे देशों के सभी संक्रमित लोगों की संख्या 90 हजार पहुंच गई है. ऐसा पहली बार हुआ है जबकि संक्रमित लोग चीन से बाहर अधिक हो गए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार इससे संकेत मिलता है कि चीन कोरोना के खिलाफ जंग में जीत की ओर बढ़ रहा है तो बाकी देशों अपनी ढिलाई का खमियाजा भुगत रहे हैं. दूसरे देशों में मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण इमरजेंसी प्रावधानों को तेजी से अमल में लाया जा रहा है. जंहा इनमें पूरे देश की नाकेबंदी, हवाई यात्राओं पर रोक, सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा, स्कूलों को बंद करने सहित सड़कें खाली करने और रेस्त्रां बंद रखने जैसे उपाय शमिल हैं.
जंहा यह भी कहा जा रहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अब नायक के तौर पर उभर रहा चीन यह बीमारी वापस न लौट आए, इसे लेकर अभी भी सतर्कता बरत रहा है. इसे देखते हुए चीन ने सोमवार को आदेश दिया कि राजधानी बीजिंग में आने वाले सभी लोग 14 दिन के लिए अनिवार्य रूप से अलग-थलग रखे जाएंगे. चीन के 13 प्रांत अब कोरोना से मुक्त हो चुके हैं लेकिन सर्वाधिक प्रभावित हुबेई प्रांत में हालात ऐसे नहीं हैं.
WHO का बड़ा एलान, कहा- 'जांच में तेजी ही कोविड-19 को रोकने का सबसे अच्छा तरीका'
अब पति-पत्नी में तलाक भी करवा रहा कोरोना, पूरा माजरा जानकर चौंक जाएंगे आप
जन्म लेने के चंद मिनिट बाद ही कोरोना से संक्रमित हो गया नवजात, बना सबसे कम उम्र का रोगी