देहरादून: देश में कोरोना का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है. वही पहले COVID-19 के लक्षणों वाले संक्रमित मरीज सामने आ रहे थे, और मध्य में बिना लक्षणों वाले संक्रमित बड़ी संख्या में सामने आए. अब फिर से COVID-19 लक्षणों वाले संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. बीते लगभग दो हफ्ते से शहर में ऐसे मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है.
वही इस सिलसिले में देहरादून के श्री महंत इन्दिरेश हॉस्पिटल के सांस व् चेस्ट डिसीस डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष व् सीनियर पल्मनोलॉजिस्ट डॉ. जगदीश रावत का कहना है कि अभी इसको लेकर कोई साइंटिफिक प्रूफ सामने नहीं आया है. किन्तु जिस प्रकार से संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है उससे यह लोकल ट्रांसमिशन की ओर भी सीधे-सीधे इशारा कर रहा है. इसके अतिरिक्त लोगों को जैसे ही बुखार, खांसी व् सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो वह स्वयं सतर्क होकर प्राइवेट लैब में टेस्ट करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में ढील के कारण से भी संक्रमण के ग्राफ में वृद्धि हो रही है.
साथ ही COVID-19 के स्टेट को-ऑर्डिनेटर तथा राजकीय दून मेडिकल हॉस्पिटल के डिप्टी एमएस खत्री ने बताया कि बीते एक हफ्ते में संक्रमितों के आंकड़ों में इजाफा हुआ है. देखने में आया है कि कई लोग प्रारम्भिक दौर में घर में घरेलू इलाज करते हैं. किन्तु स्थिति बिगड़ने पर हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं, या फिर प्राइवेट लैब में COVID-19 का टेस्ट करवा रहे हैं. देरी से उपचार होने पर उनमें संक्रमण की स्थिति बिगड़ रही है. संक्रमित मरीजों के मरने के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हो रही है. इनमें प्राइवेट हॉस्पिटलों से अंतिम वक़्त पर मरीजों को रेफर करना भी है. आगे डॉ. खत्री ने बताया कि COVID-19 अपना मिजाज बदल रहा है. इसी के साथ स्थिति और अधिक भयावह हो सकती है.
कनिमोझी के समर्थन में उतरे चिदंबरम, कहा- अफसर अंग्रेजी क्यों नहीं सीखते ?
तिरुपति बालाजी में कोरोना की मार, सामने आए इतने संक्रमित
केरल प्लेन क्रैश: परिजनों को सौंपे गए 16 मृतकों के शव, कल होगा कैप्टन साठे का अंतिम संस्कार