पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस (COVID-19) से जंग लड़ रही है। वहीं लोगों अपने ही घरों में कैद हैं, क्योंकि बाहर निकलने पर कोरोना से संक्रमित होने का खतरा है। घर से बाहर निकलने के कारण लोगों को खाने-पीने और किराना सामान की दिक्कत हो रही है।इसके साथ ही ऐसे में ऑनलाइन ग्रोसरी (किराना) सामान डिलीवर करने वाले एप्स के डाउनलोडिंग में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही Apptopia ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी किया है जिसके अनुसार पिछले एक सप्ताह में अमेरिका में इंस्टाकार्ट, वॉलमार्ट जैसे एप्स के डेली डाउनलोडिंग में क्रमशः 218 फीसदी और 160 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
इसके अलावा इन एप्स को प्रतिदिन 50 हजार से अधिक बार डाउनलोड किया गया है,हालांकि एपटोडिया ने भारत को लेकर कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है, लेकिन भारत में कई लोगों की डिलीवरी या तो कैंसिल हो रही है या फिर देर से डिलीवरी हो रही है। किराना डिलीवरी के अलावा फुड डिलीवरी एप के डाउनलोडिंग भी भारी इजाफा देखने को मिल रहा है। फुड डिलीवरी एप्स के डाउनलोड्स में 250 फीसदी का इजाफा हुआ है।
एक मिडिया रिपोर्टर के एक पाठक ने बताया कि कई बड़ी शॉपिंग साइट्स पर ऑनलाइन ऑर्डर लिए जा रहे हैं लेकिन प्रोडक्ट की डिलवरी नहीं हो रही है। कई बार डिलीवरी तय समय से काफी दिन बाद हो रही है।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में कोरोना वायरस को देखते हुए अमेजन ने गैरजरूरी चीजों की डिलीवरी बंद करने का एलान किया है। इसका दावा टेकक्रंच की एक रिपोर्ट में किया गया है। अमेजन की फोकस फिलहाल मेडिकल और खाने की जरूरी की डिलीवरी पर है। अमेजन ने 5 अप्रैल तक गैर-जरूरी चीजों की डिलीवरी पर रोक लगाई है।
ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों से किया संपर्क, जल्द बढ़ सकती है प्रीपेड प्लान की वैधता