नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किए गए इंतजामों पर प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने गुरुवार को कहा कि कोरोना संक्रमण राज्यों की भूमिका पर केंद्र के नियंत्रण का बहाना नहीं हो सकता. उन्होंने आरोप लगाया कि सामुदायिक स्तर पर कोरोना संक्रमण का प्रसार न होने संबंधी केंद्र का दावा भ्रामक है.
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अपने बयान में उन्होने आगे कहा कि जांच की क्षमता बढ़ाना सही कदम है, लेकिन सरकार ने इसमें भी बहुत देर कर दी.पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर जारी एक बयान में पित्रोदा ने कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार को 10 सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि एक लाख करोड़ रुपये से कम के निवेश में ही भारत के स्वास्थ्य ढांचे का कायाकल्प किया जा सकता है.
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इसके अलावा राजीव गांधी के सलाहकार रहे पित्रोदा ने कहा, 'देश में कोरोना संक्रमण जिस स्थिति में पहुंच चुका है, उससे यह नहीं माना जा सकता कि यह वायरस समुदाय में नहीं फैल रहा है. सरकार का दावा भ्रामक और लोगों को झूठी उम्मीद देने वाला है.' इंडियन ओरवसीज कांग्रेस प्रमुख पित्रोदा ने कहा, 'राज्यों को यह तय करने का अधिकार दिया जाए कि किस जिले में क्या कदम उठाने की जरूरत है. केंद्र सरकार राज्यों को मेडिकल उपकरणों और जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति करे.'
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