रियाद: एक तरफ बढ़ रहा कोरोना का कहर अब इतना बढ़ चुका है. कि हर तरफ केवल तवाही का मंज़र देखने को मिल रहा है. जंहा अब तक इस वायरस से मरने वालों कि संख्या 5500 से अधिक हो चुकी है. वहीं अभी भी लोगों में इस वायरस का खौफ फैला हुआ है. वहीं इस बीमारी से लड़ने के लिए अब भी डॉक्टर इलाज़ खोज रहे है. जंहा सऊदी अरब ने मंगलवार को एलान किया कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मस्जिदों में प्रतिदिन पांच वक्त की नमाज के लिए आने वाले लोगों पर पाबंदी लगा दी गई है. इसके साथ ही मस्जिदों में जुमे (शुक्रवार) की नमाज के लिए भी लोग नहीं आ सकेंगे.
केवल मक्का और मदीना में नमाज अदा करने की अनुमति: एक असाधारण कदम के तहत सऊदी अरब ने केवल मक्का और मदीना में नमाज अदा किए जाने की अनुमति दी है. सऊदी अरब की सबसे बड़ी धार्मिक संस्था उलमा परिषद के फैसले के आधार पर ये एलान किए गए हैं. सरकारी समाचार एजेंसी एसपीए के मुताबिक नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों के दरवाजे अस्थायी रूप से बंद किए गए हैं. हालांकि इनसे नमाज के बारे में सूचनाएं पहले की तरह जारी की जाती रहेंगी, जिनके आधार पर लोग मस्जिदों में आने के बजाय अपने घरों में नमाज अदा कर सकते हैं.
सऊदी अरब ने कोरोना के चलते उमरा यात्रा, स्कूल, सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद: जंहा यह भी कहा जा रहा है कि सऊदी अरब ने कोरोना की रोकथाम के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिनमें साल भर चलने वाली उमरा यात्रा और सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोकने के साथ-साथ स्कूल और ज्यादातर सरकारी संस्थान बंद करना शामिल है.
मंत्रिपरिषद की नियमित बैठकें स्थगित: वहीं इस बात का पता चला है कि सऊदी शासन ने स्वास्थ्य, सेना और सुरक्षा को छोड़कर सभी सरकारी कर्मियों के कामकाज को भी रोक दिया है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक मंत्रिपरिषद ने मौजूदा और अगले हफ्ते के लिए अपनी नियमित बैठकों को भी स्थगित कर दिया है.
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