इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची देश की पहली ट्रांसजेंडर न्यायधीश ने मीडिया से चर्चा करते हुए देश में थर्ड जेंडर को आने वाली समस्याओं को लेकर अवगत कराया और समाज की मूल धाराओं से जोड़ने की मांग रखी है ताकि थर्ड जेंडर अपनी समस्याओं से उभरकर आत्मनिर्भर बन सके।
देश में ख्याति प्राप्त जोईता मोडल पहली ट्रांसजेंडर न्यायाघीश है जिन्होंने अपने अथक प्रयास और मेहनत के आधार पर न्यायाधीश का पद हासिल किया है उन्होंने मीडिया से खास चर्चा के दौरान बताया कि किस तरह से थर्ड जेंडर को तमाम तरह की मुश्किलों से गुजरना होता है इसीलिए आज उन्हें आगे आकर समाज की मूल धारा से जोड़ने की आवश्यकता है ताकि वह अपना जीवन यापन सुखमय तरीके से बिता सकें। थर्ड जेंडर को रिजर्वेशन की आवश्यकता है साथ ही रहने के लिए घर और शेल्टर होम देने की आवश्यकता है।
यदि पश्चिम बंगाल की बात की जाए तो वहां 5 लाख ट्रांसजेंडर है फेक ट्रांसजेंडर को लेकर उन्होंने कहा कि फर्जी तरीके से कई विभागों में लोग सामने आ रहे हैं सरकार द्वारा एक पोर्टल लॉन्च किया जा रहा है जिसके माध्यम से ट्रांसजेंडर उस पर अपना रजिस्ट्रेशन करा पाएंगे प्रशासन को सख्त होने की आवश्यकता है क्योंकि कई बार ट्रांसजेंडर को लेकर हल्की बात की जाती है तो वहीं उन्होंने जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन और पुलिस विभाग को सख्त होने की बात कही है उन्होंने कहा कि जब हमें रिजर्वेशन मिल जाएगा तो ट्रांसजेंडर कोई पुलिसकर्मी कोई प्रशासन में तो कहीं अन्य विभागों में पहुंच जाएंगे और फिर हमें इस तरह की समस्या नहीं आएगी।
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