नई दिल्ली : किसी भी देश को सफलतापूर्वक या सुचारु रुप से चलाने के पीछे उस देश के नेता का काफी अहम योगदान रहता है. अधिकतर लोग इस तरह के पद की प्राप्ति चाहते है. लेकिन राजनीति करना हर किसी के बस की बात नहीं है. अधिकतर आपने देखा होगा कि डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकउंटेंट जैसे प्रोफेशन के लिए अलग-अलग कोर्स होते है. लेकिन राजनेता बनने के लिए कोई कोर्स नही कराया जा सकता है. लेकिन अधिकतर देखा गया है कि राजनीति के क्षेत्र में प्रवेश करने वाले राजनेताओं ने अर्थशास्त्र या राजनीति शास्त्र से पढ़ाई कर रखी हैं.
भारत के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की शिक्षा की बात की जाए तो उन्होंने कानून की डिग्री प्राप्त कर राखी है. साथ ही देश के कुल 31 मुख्यमंत्रियों की शिक्षा पर गौर करें तो इनमे से करीब 40 फीसदी भारतीय सीएम यानी 13 सीएम ने आर्ट्स और ह्यूमैनिटीज जैसे विषयों में शिक्षा हासिल की है. जबकि इनमे से 7 सीएम ने कानून, देश के 4 मुख्यमंत्रियों ने मैथ्स, 4 सीम ने विज्ञान और बाकी ने 12वीं कक्षा तक के शिक्षा ग्रहण की है.
देश के सभी मुख्यमंत्रियों की शिक्षा का विश्लेषण...
एडीआर की फरवरी 2018 में जारी की गई रिपोर्ट की माने तो 31 मुख्यमंत्रियों में से सर्वाधिक 12(39 प्रतिशत) ग्रेजुएट हैं. 10 ग्रेजुएट प्रोफेशनल (32 प्रतिशत) हैं. 5 (16 प्रतिशत) मुख्यमंत्री पोस्ट ग्रेजुएट हैं. कुल सीएम में से 10 प्रतिशत यानी तीन 12वीं पास हैं और एक (तीन प्रतिशत) के पास डॉक्टरेट की डिग्री भी है. शिक्षा के विश्लेषण के साथ ही आपको इस बात का ज्ञान हो गया होगा कि एक अच्छा राजनेता बनने के लिए आपको किस विषय के शिक्षा पर पकड़ बनाना चाहिए.
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