नईदिल्ली। मुंबई उच्च न्यायालय ने उद्योगपति विजय माल्या के लग्ज़री विमान की नीलामी नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की है। इस दौरान न्यायालय में बहस के दौरान सेवा कर विभाग द्वारा स्पष्टीकरण दिया गया था कि नीलामी को लेकर निविदा प्राप्त हुई थी वह आरक्षित कीमत से बेहद कम है। इतना ही नहीं नीलामी प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई तो दूसरी ओर मुंबई के अंतर्राष्ट्रीय विमान तल के पक्ष की ओर से अभिभाषक द्वारा कहा गया कि विभाग की नीलामी के चलते राशि वसूल करने में स्वयं को असमर्थ महसूस कर रहा है।
विजय माल्या की संपत्ती को बेचकर कर्जा वसूलने का प्रयास भी किया जा रहा है। दरअसल एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा इस मामले में दलील दी गई कि विजय माल्या के विमान से विमानतल के लिए किए जाने वाले आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हैं इतना ही नहीं माल्या के विमान से वायुयान पर केवल स्थान घेर लिया गया है। इसे कबाड़ में बेच दिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार उद्योगपति विजय माल्या को लेकर देश के बैंक्स लगभग 9 हजार करोड़ रूपए शेष बता रहा है। इतना ही नहीं विजय माल्या देश छोड़कर जा चुका है।
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