दिल्ली : भारत सरकार की न्याय व्यवस्था कितनी उदासीन है इस बात का पता इस बात से लगता है कि साल 2000 में हुए लाल किले पर हमले के संदिग्ध आतंकी बिलाल अहमद कावा को बुधवार के दिन कोर्ट से जमानत मिल गई. बिलाल अहमद कावा को इसी साल की शुरुआत में 10 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था.
गुजरात ATS और दिल्ली पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए इस संदिग्ध आतंकी बिलाल अहमद कावा को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हिरासत में लिया था और उसे आज दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत में पेश किया गया, जहाँ से उसे आसानी से जमानत मिल गई. बिलाल अहमद कावा लश्कर ए तैयबा का संदिग्ध आतंकी है और 22 दिसंबर 2000 को लाल किले पर हुए हमले में शामिल था. इसके बाद भी उसे महज 50 हजार के मुचलके पर जमानत मिल गई.
लाल किले पर किये गए हमले में 3 भारतीय जवान शहीद हो गए थे और ट्रायल के दौरान कोर्ट ने इस हमले में 11 लोगों को इस हमले का दोषी ठहराया था. बिलाल अहमद कावा पिछले 18 सालों से कश्मीर में पुलिस और सेना से छिप कर रह रहा था, लेकिन जब वह पुलिस के हत्थे चढ़ा तो उसे कोर्ट से आसानी से जमानत मिल गई.
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